-i next के रियलिटी चेक में सामने आई सच्चाई

-कैंट स्टेशन, काशी विद्यापीठ व सिगरा पर मॉल में अवेलेबल फ्री वाई फाई सेवा में उठा रहे हैं मजा

-बेरोकटोक चल रही है पोर्न साइट्स, आधे घंटे के अंदर खूब डाउनलोड हो रहे हैं वीडियोज

VARANASI

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कैंट रेलवे स्टेशन

यहां डेली लाखों लोगों के आने जाने के कारण कैंट रेलवे स्टेशन पर फ्री वाई फाई की सुविधा दी गई है लेकिन बगैर किसी रोकटोक के यहां कोई भी पोर्न साइट देखी जा सकती है। संडे की दोपहर प्लेटफॉर्म नंबर एक पर आई नेक्स्ट ने वाई फाई कनेक्ट कर एक के बाद एक पांच पोर्न साइट ओपेन कर रेलवे की इस फ्री वाई फाई सेवा से बढ़ रही अश्लीलता का सच जाना।

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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में हम तब चौंक पड़े जब महात्मा गांधी के नाम पर चल रही यूनिवर्सिटी विद्यापीठ में अवेलेबल फ्री वाई फाई सेवा के कनेक्शन से कैंपस में ही पोर्न साइट्स ओपेन हो गई। लाइब्रेरी और गार्डेन एरिया में मिलने वाली फ्री वाई फाई सेवा से एक नहीं कई पोर्न साइट आसानी से खुल गई।

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आईपी मॉल सिगरा

सिगरा स्थित मॉल के बाहर पहुंचने पर वाई फाई नेटवर्क आन करने पर यहां फोर जी इंटरनेट जैसे ही कनेक्ट हुआ वैसे ही आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने कई पोर्न साइट्स खोले तो हाई स्पीड इंटरनेट होने की वजह से अश्लील वीडियोज बिना बफरिंग के धड़ल्ले से चल रहे थे।

ये तीनों केसेज यह बताने के लिए काफी हैं कि शहर के फ्री वाई फाई जोन में मिल रही सेवाओं का मिसयूज किस तरह से किया जा रहा है। इसका खुलासा रविवार को तब हुआ जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर इन वाई फाई नेटवर्क की सच्चाई जानने निकल पड़ा। कैंट स्टेशन व मॉल में वाई फाई से पोर्न चलने पर थोड़ा आश्चर्य हुआ लेकिन जब आदर्श और अहिंसा के पुजारी बापू यानि महात्मा गांधी के नाम पर चल रहे शिक्षा के मंदिर में वाईफाई से पोर्न साइट खुली तो हमारे होश उड़ गए।

कई जगहों पर है बैन

-ओपेन वाई फाई नेटवर्क पर पोर्न साइट कई शहरों में बैन हैं

-इनमें दिल्ली, बैंगलोर और कोलकाता जैसे बड़े शहर शामिल हैं।

-लेकिन अपने बनारस में इस सुविधा का हो रहा है मिसयूज

- विभाग चाहे तो अपने लेवल पर ले सकता है एक्शन

- लेकिन वह सरकार के नियमों का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेता है

खतरा भी है बड़ा

- ओपेन वाईफाई बड़ा खतरा है

- इसका इस्तेमाल किसी थ्रेट मेल भेजने में भी किया जा सकता है

- रेलवे स्टेशन, घाट, मॉल्स में तो वाईफाई कनेक्ट होते ओटीपी आता है

- इससे सेफ्टी कुछ हद तक बनी रहती है

- लेकिन विद्यापीठ में डायरेक्ट वाई फाई कनेक्ट हो गया

- जो बगैर सिम यूज करने वालों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है

रेलवे मिनिस्ट्री ऑफ टेलीकॉम के निर्देशों का पालन करता है। उनकी ओर से जो भी साइट प्रतिबंधित हैं वो स्टेशन पर ओपेन नहीं होती और बाकी साइट को लेकर हम कुछ नहीं कर सकते।

सुचरिता प्रधान, पीआरओ, रेलटेल

स्टूडेंट्स को वाईफाई की सुविधा पढ़ाई के लिए दी गई है अगर उसका मिसयूज हो रहा है तो इसकी निगरानी होगी और एजुकेशन और जरूरत की साइट्स को छोड़कर बाकी सभी पर प्रतिबंध लगेगा।

ओमप्रकाश, रजिस्ट्रार, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

सच में ये चौंकाने वाली बात है। हम लोग अश्लीलता को रोकने के लिए अभियान चला रहे हैं और इस ओर किसी का ध्यान है ही नहीं। मैं इस संबध में उच्च अधिकारियों को लेटर लिखकर इस तरह के वाईफाई जोन में हो रहे मिसयूज को रोकने के लिए कार्रवाई करूंगा।

राजेश यादव, एसपी सिटी