- डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने आगे केमिकल वॉर की आशंका

- सीसीएस यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में पहुंचे डीआरडीओ के वैज्ञानिक।

Meerut। रेडिएशन एक बहुत बढ़े खतरे की तरह मंडरा रहा है। रेडिएशन से कैंसर के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। सीसीएसयू में आए डीआरडीओ के वैज्ञानिक ने इस बारे में जानकारी दी। वैज्ञानिक डॉ। दामोदर गुप्ता ने रेडिएशन को सबसे बढ़ा खतरा बताते हुए मोबाइल टॉवर को तीन सौ मीटर दूर लगवाने की हिदायत दी है। उन्होंने बताया कि एक रिसर्च के अनुसार मोबाइल टॉवर के आसपास वाले हर घर में एक से दो कैंसर पीडि़त मरीज हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण है टॉवर की रेडिएशन। उन्होंने बताया कि विकिरण उच्च श्रेणी की ऊर्जा है और इससे कोशिकाओं के विकास व प्रजनन पर दुष्प्रभाव पड़ता है। जिससे मनुष्य का जीवनकाल कम हो जाता है व कैंसर की संभावना बढ़ जाती है।

खानपान की व्यवस्था में हो सुधार

डॉ। गुप्ता सीसीएसयू से 2003 में माइक्राबायोलॉजी से पीएचडी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि रेडियोधर्मी पदार्थों, मोबाइल टावर ,बिजली के तारों आदि से हो खतरनाक बीमारी हो सकती है। इसके अलावा हमें अपनी खानपान की चीजों को भी सुधारना होगा।

सेना पूरी तरह से है तैयार

इस दौरान यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में हुए सेमिनार में डीआरडीओ के वैज्ञानिक गुप्ता ने बताया आगे केमिकल वॉर की आशंका है, लेकिन सेना की पूरी तैयारी है। इस दौरान छात्रों ने डॉ। गुप्ता व श्वेता से आदमी की कोशिकाओं के अध्ययन की प्रायोगिक विधि सीखी। इस दौरान प्रो। एपी गर्ग, प्रो। पीडी शर्मा, डॉ। पायल, डॉ। दिनेश, डॉ। दिलशाद आदि मौजूद रहे।