RANCHI(27छ्वड्डठ्ठ) : अंतराष्ट्रीय स्तर की रेसलिंग कोच नमिता कुमारी को डाक विभाग रियो ओलंपिक की ट्रेनिंग कैंप में जाने के लिए छुट्टी नहीं दे रहा है। नमिता ने पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार की लिखित शिकायत केंद्रीय दूर संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद से की है। नमिता का कहना है कि रियो ओलंपिक के सिलसिले में उसे ट्रेनिंग पर 15 जनवरी से जाना है लेकिन डाक विभाग उसे छुट्टी देने की बजाय फिर से दुमका जिले के डाक सर्किल में ट्रांसफर कर दिया है।

क्या है मामला

डोरंडा स्थित झारखंड डाक सर्किल में कार्यरत एनआईएस कोच और भारतीय महिला कुश्ती टीम की कोच नमिता कुमारी ने पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार के खिलाफ प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। नमिता के मुताबिक, 2013 में दुमका में पदस्थापन के दौरान वहां के तत्कालीन पोस्टमास्टर मनोज साह लगातार परेशान करते थे उनके खिलाफ सेक्सुअल हैराशमेंट की शिकायत भी दर्ज कराई थी, लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। झारखंड डाक सर्किल के पीएमजी अनिल कुमार और मनोज साह में अच्छी दोस्ती है, इस वजह से वे इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

पीएमजी पर प्रताड़ना का आरोप

नमिता का कहना है कि प्रताड़ना के मामले में आरोपी मनोज शाह के खिलाफ आज तक उचित कार्रवाई नहीं हुई है। शिकायत करने के बाद दुमका से रांची डाक सर्किल में पोस्टिंग कर दी गई। अब मनोज शाह के खिलाफ दर्ज केस को उठाने के लिए पीएमजी अनिल कुमार दबाव बना रहे हैं। इधर, जब रियो ओलंपिक को लेकर लगने वाले ट्रेनिंग कैंप के लिए बुलावा आया तो डाक विभाग ने फिर से दुमका ट्रांसफर कर दिया।

मंत्री सरयू राय का हस्तक्षेप

नमिता मामले को मंत्री सरयू राय ने गंभीरता से लिया है। रियो ओलंपिक के ट्रेनिंग कैंप में शामिल होने के लिए नमिता को छुट्टी नहीं दिए जाने की शिकायत लेकर झारखंड कुश्ती संघ के महासचिव भोला सिंह मंत्री सरयू राय के पास गए थे। सरयू ने इस मामले पर केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से टेलीफोन पर बातचीत की। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ने इस बाबत उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

पीएमजी अनिल कुमार से सवाल जवाब

सवाल- रेसलिंग कोच नमिता को छुट्टी क्यों नहीं दी जा रही है

जवाब- बगैर विभाग को सूचित किए वो अवकाश पर चली जाती हैं। जब कार्रवाई तक की नौबत आ गई है तो वह इस तरह के निराधार आरोप लगा रही हैं।

सवाल- मनोज साहू के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई क्यों नहीं हुई?

जवाब- यह घटना साल 2012 की है। उस समय मैं यहां का पीएमजी नहीं था, लेकिन, जहां तक मुझे जानकारी है मनोज साहू पर कार्रवाई हुई थी, उनका सैलरी डिडक्शन के साथ प्रमोशन भी रोक दिया गया था।

सवाल- नमिता को दुमका क्यों भेज दिया गया ?

डोरंडा डाक सर्किल में नमिता एज ए क्लर्क डेपुटेशन पर हैं। उसका तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है, लिहाजा दुमका डाक सर्किल में वापस भेज दिया गया।

वर्जन

रियो ओलंपिक में खेलने के लिए डाक विभाग मेरी छुट्टी सैंक्शन नहीं कर रहा है। यह पूरे झारखंड और डाक विभाग के लिए गौरव की बात है, लेकिन इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नहीं हो सकता है।

नमिता कुमारी

झारखंड कुश्ती संघ हर हाल में नमिता को रियो ओलंपिक की ट्रेनिंग के लिए भेजेगा। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इस बाबत केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी आश्वासन दिया है।

भोला सिंह

अध्यक्ष, झारखंड कुश्ती संघ के महासचिव