-सीएम ऑफिस के नाम पर फोन कर थाना प्रभारियों को ठग रहा गैंग

-कई हो चुके शिकार तो कई बचे, लेकिन कोई नहीं बोल रहा खुलकर

BAREILLY: आप की बहुत शिकायतें आ रही हैं। मैं सीएम ऑफिस पंचम तल से बोल रहा हूं। यदि पोस्टिंग चाहते हो तो बताओ नहीं तो फिर आपकी कुर्सी चली जाएगी। इसके लिए कुछ तो सुविधा शुल्क देना होगा। जी हां कुछ इसी तरह से प्रदेश के थाना प्रभारियों को जालसाज फोन कर रहा है। कुछ थाना प्रभारी तो ठग के जाल में फंस भी चुके हैं तो कुछ समझकर बच गए लेकिन सामने आकर कोई नहीं बोल रहा है। कुछ दिनों पहले जब मुरादाबाद में ट्रेनिंग में प्रदेश के कई थाना प्रभारी जुटे तो ये बात निकलकर सबके सामने आ गई। अब एक इंस्पेक्टर ने इसे लखनऊ साइबर सेल में शिकायत करने की तैयारी की है। ताकि ठग को गिरफ्तार किया जाए सके।

शासन का आदमी बताता है ठग

पुलिस सोर्सेज से मिली जानकारी के अनुसार ठग खुद को कभी शासन का भी आदमी बताता है। वह कभी खुद को विनोद यादव तो कभी सतीश यादव बताता है। यादव होने के चलते कई थाना प्रभारी उसे शासन का भी समझ लेते हैं। ठग के जाल में वे थाना प्रभारी फंस रहे हैं, जिन्हें अपनी पोस्टिंग का डर सताता रहता है। ऐसे थाना प्रभारियों को फिर ठग द्वारा एक अकाउंट नंबर दिया जाता है, जिसमें रकम डलवाई जाती है। ताकि उनकी थानेदारी बची रहे। कई थाना प्रभारी उसके अकाउंट में रुपए भी डाल चुके हैं लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। चर्चा के दौरान मामला सामने भी आया तो बेइज्जती के डर से कुछ शिकायत करने से बच रहे हैं।

ट्रेनिंग के दौरान सामने आई बात

बरेली डिस्ट्रिक्ट के भी कई थाना प्रभारी के पास ट्रेनिंग के दौरान ही फोन पहुंच गया। जिस थाना प्रभारी के पास फोन पहुंचा उनके पास बरेली के एक अच्छे थाने का चार्ज है। वह अच्छे से थाना भी चला रहे हैं और उनकी कोई शिकायत भी नहीं है। यही नहीं इन थाना प्रभारी को पोस्टिंग का भी कोई लोभ नहीं है। जिसके चलते वह ठग के झांसे में नहीं फंसे। जब उन्होंने इस बारे में ट्रेनिंग सेंटर में चर्चा की तो वहां पर कई थाना प्रभारियों ने इस बारे में बताया कि उनके पास भी फोन आया था। हालांकि किसी ने बदनामी न हो इसके लिए यह नहीं बताया कि वह जाल में फंसे या नहीं।