उरेडा देगा उत्तराखंड की बिजली व्यवस्था को मजबूती

-यूईआरसी में हुई मीटिंग में ऊर्जा निगम और उरेडा के अधिकारियों ने दी जानकारी

DEHRADUN:

उत्तराखंड को अब सर्दियों के सीजन में दूसरे राज्यों पर बिजली के लिए निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। नेक्स्ट इयर तक सौर ऊर्जा से उत्पादित ख्क्0 मेगावाट बिजली उत्तराखंड को मिलनी शुरू हो जाएगी। अभी तक महज क्0 मेगावाट बिजली ही इससे मिल रही है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (यूईआरसी) में हुई मीटिंग में ऊर्जा निगम और उरेडा के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अभी मिल रही क्0 मेगावाट बिजली

ऊर्जा निगम और उरेडा अधिकारियों ने आयोग को बताया कि वर्तमान में क्0 मेगावाट बिजली सौर ऊर्जा से मिल रही है। मार्च ख्0क्म् तक फ्0 मेगावाट और उत्पादन मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि क्फ् विकासकर्ताओं की क्8क्.ब्0 मेगावाट की ख्भ् परियोजनाओं के लिए टैरिफ का निर्धारण हो गया है। यह परियोजना अक्टूबर, ख्0क्म् तक विकसित हो जाएगी। इसमें अधिकांश परियोजना हरिद्वार, देहरादून और ऊधमसिंहनगर में बनेंगी। उत्तराखंड नियामक आयोग के अध्यक्ष सुभाष कुमार ने कहा कि परियोजना से बिजली लेने के लिए ग्रिड बनाने संबंधित कार्य समय से पूरे किए जाएं। ऊर्जा निगम ने बताया कि इसके लिए सचिव ऊर्जा के साथ बैठक की जाएगी, जिसके लिए आयोग को भी अवगत कराया जाएगा। आयोग ने परियोजनाओं के संबंध में समीक्षा बैठक हर क्भ् दिन में करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में यूईआरसी के तकनीकी सदस्य केपी सिंह, सदस्य वित्त सीएस शर्मा, सचिव नीरज सती, यूपीसीएल के निदेशक वित्त एमए खान आदि शामिल रहे।