इसके बाद रही-सही कसर केबल फॉल्ट और ब्रेकडाउन पूरी कर रही हैं। जबरदस्त पॉवर क्राइसिस की वजह से लोग सो नहीं पा रहे और ड्रिंकिंग वॉटर क्राइसिस से भी जूझना पड़ रहा है। बिजली कटौती से बेहाल कानपुराइट्स अपना डेली रूटीन चेंज करने को मजबूर हो गए हैं.

नहीं मिल रहा सुकून

वेडनेसडे की सुबह 10.30 पर गुल हुई लाइट दोपहर 1.30 बजे के बाद आई। अंडरग्र्राउंड फॉल्ट के कारण  सुबह 8 बजे करीब ठप हुए तात्या टोपे नगर सबस्टेशन से शाम तक पॉवर सप्लाई नहीं हुई। बढ़ते बिजली संकट को लेकर एमएलए सतीश महाना ने केस्को एमडी से मिलकर अघोषित बिजली कटौती बंद कराने की मांग की.

क्या है वजह?

दो घंटे के पॉवर रोस्टरिंग के शेड्यूल से तीन गुना से ज्यादा बिजली कटौती हो रही है। इसकी वजह जेनरेशन में कमी बताई जा रही है। पनकी पॉवर हाउस के जीएम मुरलीधर ने कहा कि 105 मेगावॉट की एक यूनिट ओवरहॉलिंग के कारण बंद है। जो सितंबर में चालू होगी। सोर्सेज के मुताबिक कोयला गीला होने के कारण दूसरी यूनिट से पॉवर जेनरेशन भी कैपसिटी कम हो रही है.

ये तो साहब लोग हैं

दोपहर हो या रात में घंटों लाइट पॉवर रोस्टरिंग हो, इससे ऑफिसर्स को कुछ फर्क नहीं पड़ता। क्येांकि केस्को अधिकतर सीनियर्स ऑफिसर्स विष्णुपुरी व तिलक नगर में रहते हैैं और हैलट, जलसंस्थान की तरह ही रोस्टरिंग फ्री फीडर से जुड़े होने के कारण पॉवर रोस्टरिंग के दौरान भी ये बंगले रोशन रहते हैैं।

Breakdown भी मुसीबत

ट्यूजडे को 6.30 घंटे से ज्यादा रात में पॉवर रोस्टरिंग हुई। सुबह व शाम भी बिजली कटौती से बच नहीं सके। 6.30 घंटे से अधिक हुई पॉवर रोस्टरिंग से पिछले साल हुई बिजली कटौती की यादें ताजा हो गईं। दरअसल, पॉवर रोस्टरिंग के अलावा ब्रेकडाउन की वजह से ट्यूजडे को जवाहर नगर, जरीब चौकी, केशवपुरम सहित पांच सबस्टेशन 2 से 5 घंटे तक ठप रहे। यानि इन सबस्टेशन के जुड़े मोहल्लों में रहने वाले 2.5 लाख (एक सबस्टेशन में एवरेज 50 हजार पॉपुलेशन) लोगों को 12 घंटे भी बिजली नहीं मिल सकी.