-लोकल फॉल्ट के चलते बिजली कटौती झेलने को मजबूर हुए शहर वाले

-24 घंटे बिजली सप्लाई का लोड संभाल नहीं पा रहा है सिस्टम

VARANASI : ये न होता तो कोई दूसरा गम होना था, मैं तो वो हूं जिसे हर हाल में बस रोना था एक फेमस हिन्दी फिल्म का यह नगमा आज बनारस वालों पर एक दम सटीक बैठता है। बनारस के लोग ख्ब् घंटे बिजली सप्लाई का फरमान जारी होने के बावजूद भी रोने को मजबूर हैं। यह ठीक है कि लखनऊ मेन से कटौती से छूट मिल गयी है लेकिन लोकल फॉल्ट के चलते होने वाली कटौती लोगों की हंसी को गम में तब्दील कर दे रही है।

अनशेड्यूल्ड कटी बिजली

लखनऊ मेन कंट्रोल से शहर को बिजली कटौती से मुक्त किया गया। हर कोई खुश था कि ख्ब् घंटे बिजली मिलेगी। लेकिन यह खुशी अभी कायदे से लोगों के चेहरों पर फैली भी नहीं थी कि लोकल फॉल्ट के चलते होने वाली कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। मंगलवार की रात शंकुलधारा में अंडर ग्राउंड केबल जल गया जिसके चलते लोगों ने पांच घंटों की बिजली कटौती झेली। वहीं बुधवार को कैंट सबस्टेशन में नगर निगम और सिगरा फीडर का सीटी जल गया। जिसके चलते भी पब्लिक ने बिजली का गंभीर संकट झेला। डीपीएच और लोहता में मेंटेनेंस कार्य के चलते भी बिजली कटौती हुई।

ओवरलोड के चलते ट्रांसफार्मर ट्रिप

शहर के तकरीबन हर इलाके में लोगों ने बिजली की आवाजाही झेली। ओवरलोड के चलते सबस्टेशंस के ट्रांसफार्मर ट्रिप करते रहे। एक दो जगह ट्रांसफार्मर जलने की भी शिकायत मिली। कुल मिलाकर कहें तो बनारस का पावर डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम ख्ब् घंटे की बिजली सप्लाई देने के लायक ही नहीं है। लखनऊ से ख्ब् घंटे बिजली मिल रही है लेकिन सिस्टम की कमी उसे लोगों तक पहुंचने नहीं दे रही है।

लखनऊ मेन कंट्रोल से ख्ब् घंटे बिजली सप्लाई सुनिश्चित करायी गयी है। ऐसा हो भी रहा है। लोकल फॉल्ट को भी जल्दी से जल्दी दुरुस्त करा सप्लाई चालू करायी जा रही है।

-राकेश सिन्हा, प्रवक्ता एमडी पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम