RANCHI : सोमवार से पावर कट को झेलने के लिए एकबार फिर हो जाएं तैयार। सिटी में इलाके के स्तर पर लोड शेडिंग के मार्फत पावर सप्लाई होगी। दरअसल दुर्गा पूजा के बाद फिर से एपीडीआरईपी योजना के तहत मेंटनेंस का काम शुरु होने जा रहा है। ऐसे में हर दिन छह-आठ घंटे तक बिजली काटी जा सकती है। बिजली विभाग के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर अजीत कुमार ने बताया कि नवरात्र को लेकर चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति की गई। इस दौरान एपीडीआरईपी का काम पूरी तरह बंद रहा। लेकिन, पावर सप्लाई सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए फिर से मेंटनेंस का काम शुरु होने जा रहा है।

छह से आठ घंटे तक बिजली कटौती

एपीडीआरईपी योजना का काम शुरु होने के साथ ही शहर के अलग-अलग इलाके में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक बिजली गुल रह सकती है। बिजली की यह कटौती अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग समय पर होगी। विभागीय इंजीनियर्स का कहना है कि एपीडीआरपी योजना के तहत पुराने तारों व जर्जर पोलों को बदला जाना है। कुछ नए लाइन बिछाए जाने का भी काम होना है। ऐसे में इन कामों को पूरा करने के लिए बिजली में कटौती करना जरुरी हो जाता है।

दिवाली-छठ में नहीं कटेगी बिजली

सोमवार से शुरु हो रहे एपीडीआरईपी का काम अगले कुछ दिनों तक लगातार जारी रहेगा। हालांकि, धनतेरस-दिवाली-छठ के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए बिजली विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इन त्योहारों के पहले जहां पावर सप्लाई सिस्टम को दुरुस्त कर लिया जाएगा। इतना ही नहीं, इस दौरान एपीडीआरईपी का काम भी बंद रहेगा, ताकि लोड शेडिंग की समस्या से निजात मिल जाए।

दिसंबर तक चलेगा एपीडीआरईपी का काम

राजधानी के बाशिंदों को तत्काल बिजली कटौती से राहत मिलने वाली नहीं है। एपीडीआरईपी योजना का काम दिसंबर महीने तक चलेगा। ऐसे में अगले तीन महीने तक शहर के अलग-अलग इलाके में बिजली का लोड शेडिंग की स्थिति बनी रहेगी, क्योंकि बिना बिजली काटे ये काम नहीं हो सकते हैं।

मार्च में ही पूरा होना था एपीडीआरईपी वर्क

एपीडीआरईपी योजना का काम समय से बहुत पीछे चल रहा है। इस योजना का काम मार्च महीने तक पूरा कर लेना था, लेकिन विभाग और काम करने वाले एजेंसी की शिथिलता के कारण यह काम दिसंबर महीने तक के लिए बढ़ गया है। मार्च महीने में अगर यह काम पूरा हो जाता तो पिछले 8 महीने तक लोगों को बिजली कटौती की परेशानी नहीं झेलनी होती।