24 घंटे के बाद 22 घंटे बिजली देने का वादा भी हुआ हवा-हवाई, सिटी में छह घंटे से अधिक की हो रही है कटौती

अनपरा में 500 मेगावॉट की दो इकाइयां ठप होने के कारण 1000 यूनिट बिजली का प्रॉडक्शन हुआ कम, अभी दो महीने तक बना रह सकता है बिजली संकट

VARANASI:

एक तो उमस भरी गर्मी और ऊपर से बिजली कटौती का सितम। ऐसे में हाय तौबा होना तो लाजिमी है। आलम यह है कि न तो रात में सुकून की नींद मयस्सर हो पा रही है और न ही दिन चैन से कट रहा है। दिन तो जैसे-तैसे कट भी जाता है लेकिन रात में बिजली की बेवफाई ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। लखनऊ मेन से होने वाली कटौती के अलावा इमरजेंसी कटौती भी लोगों की नींद में खलनायक बन रही है।

शेड्यूल की हुई ऐसी की तैसी

लखनऊ कंट्रोल से वाराणसी के लिए दिन में शाम तीन बजे से पांच बजे तक की कटौती का शेड्यूल निर्धारित किया है। इस तरह शहर को टोटल ख्ख् घंटे बिजली मिलनी चाहिए। लेकिन इमरजेंसी के नाम पर हो रही कटौती के चलते शहर को तकरीबन चार से पांच घंटे का अतिरिक्त संकट झेलना पड़ रहा है। लोकल फॉल्ट्स के चलते होने वाली कटौती कोढ़ में खाज का काम कर रही है। बुधवार को शेड्यूल्ड कटौती के अलावा सिटी के बाशिंदों को तकरीबन पांच घंटे की अतिरिक्त कटौती झेलनी पड़ी।

प्रॉडक्शन में आई गिरावट

शक्ति भवन लखनऊ से मिली इंफॉर्मेशन के अनुसार अनपरा में भ्00 मेगावॉट की दो इकाइयां ठप होने के कारण क्000 यूनिट बिजली का प्रॉडक्शन कम हो गया है। इसका असर समूचे सूबे में पड़ रहा है। अब दो जेनरेटिंग ट्रांसफार्मर बंद होने के बाद अधिकारी कह रहे हैं कि इन्हें जल्द ही बदला जाएगा। जबकि हकीकत यह है कि इस प्रोसेस में कम से कम डेढ़ से दो माह का समय लगता है। टेंडर प्रक्रिया और सप्लाई इससे कम समय में सम्भव नहीं है। इसके कारण बिजली की समस्या अब डेढ़ से दो माह तक बने रहने की संभावना है। उधर पारीछा थर्मल पॉवर प्लांट की प्रॉडक्शन कैपेसिटी क्क्ब्0 मेगवॉट बिजली की है। लेकिन यहां भी क्क्0 और ख्ख्0 मेगावॉट की इकाइयां बंद चल रही हैं। इसके कारण म्क्ख् मेगावॉट बिजली का ही उत्पादन हो पा रहा है। इन इकाइयों के बंद होने का कारण कोयले की कमी है। केन्द्र मांग के अनुरूप कोयला सप्लाई नहीं कर रहा है जिसके कारण यह शॉर्टेज जारी है।

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केन्द्र के भरोसे है यूपी

पूरे प्रदेश का विद्युत उत्पादन ख्भ्00 मेगावॉट है। जिसमें कि क्भ्00 मेगावॉट की शार्टेज चल रही है। इसकी भरपाई केन्द्र से बिजली आयात कर की जा रही है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के अनुसार, बुधवार को क्0फ्भ्9 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति की गई। जिसमें राज्य विद्युत उत्पादन निगम के बिजली घरों से क्80ब् मेगावॅाट का बिजली उत्पादन हो रहा है। इसके अलावा सेंट्रल पूल से पावर कॉरपोशन भ्9ख्म् मेगावॉट बिजली आयात कर रहा है।