मेरठ दक्षिण सीट से सपा और कांग्रेस गठबंधन से प्रत्याशी आजाद सैफी अपने भाषण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर अभद्र टिप्पणी कर दी। वह जोश में यह भूल गए कि क्या बोलना है और क्या नहीं।

नगमा को नहीं पता तारीख

कांग्रेस से लोकसभा का चुनाव लड़ चुकी नगमा को मेरठ में होने वाले मतदान की तारीख तक नहीं पता। नगमा अपने भाषण के दौरान मतदान की तारीख 11 फरवरी के जगह 12 फरवरी बोल गई।

सीएम ने रफीक से छीना माइक

रफीक अंसारी सीएम अखिलेश यादव और राहुल गांधी के आने के बाद नारेबाजी करते रहे। उसके बाद जब सीएम को बोलने का नंबर आया तो वह फिर से नारेबाजी करने लगे। इस पर सीएम अखिलेश ने रफीक अंसारी से माइक छीन लिया।

मोबाइल में बिजी रहीं सरोजनी

सीएम ने अपने भाषण के दौरान सभी प्रत्याशियों के बारे में कुछ न कुछ कहा। साथ ही उस विधानसभा से रिलेटिड नेताओं के बारे में कहा। उस समय सरोजनी अग्रवाल अपने मोबाइल पर बात कर रही थीं। जब सीएम ने कैंट विधानसभा से गठबंधन के प्रत्याशी रमेश धींगड़ा का नाम लिया तो सरोजनी अग्रवाल से उन्हें जिताने के लिए कहा। सरोजनी अग्रवाल को मोबाइल बात करते हुए देख बोले कि सरोजनी अग्रवाल अभी मोबाइल में बिजी हैं।

हापुड़ रोड पर लगा जाम

रैली के खत्म होने के बाद हापुड़ रोड जाम हो गया। करीब एक घंटे तक वाहन रेंग-रेंग कर चलते रहे। बाद में ट्रैफिक पुलिस द्वारा जाम खुलवाया गया।

पैरों तले आए झंडे

रैली के दौरान और उसके खत्म होने के बाद सपा और कांग्रेस के झंडे कार्यकर्ताओं ने नीचे जमीन पर फेंक दिए। जिससे जाते समय दोनों के ही झंडे जूतों के नीचे दबाते हुए लोग निकलते रहे। किसी ने भी झंडा उठाने की कोशिश नहीं की।

पुलिस से नोकझोंक

अखिलेश और राहुल गांधी के बाद लोगों ने आने के लिए क्रेज दिखा। इस दौरान लोगों की पुलिस से भी नोकझोंक हुई।