-बनारस में क्लाउड बिलिंग एप से बिजली बिल जेनरेट करने की हुई शुरुआत

-डोर टू डोर बिल मुहैया कराने को मीटर रीडर्स को मिला एंड्रायड मोबाइल व प्रिंटर

बनारस में बिजली उपभोक्ताओं को अब बिजली बिल के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। क्योंकि उपभोक्ताओं का बिल अब उनके मोबाइल पर भी उपलब्ध होगा। यूपीपीसीएल ने क्लाउड बिलिंग एप के माध्यम से बिजली बिल जेनरेट करने की शुरुआत कर दी है। नई व्यवस्था के तहत कार्यदायी एजेंसी 'एन सॉफ्ट' ने डोर टू डोर बिल मुहैया कराने वाले मीटर रीडर्स को एंड्रायड मोबाइल और प्रिंटर उपलब्ध कराया है। इस मोबाइल में क्लाउड बिलिंग एप को पहले से ही लोड किया गया है। इससे रीडर्स को मीटर रीडिंग की जरूरत नहीं होगी, बल्कि मीटर की फोटो खींचकर एप में अपलोड करनी होगी। फोटो खींचते ही बिल जेनरेट हो जाएगा। फिर मीटर रीडर उसका प्रिंट निकालकर उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर सेंड कर देगा। साथ ही उसकी हार्ड कापी को भी उपभोक्ता के घर पहुंचाएगा।

डोर टू डोर बिल देने का काम शुरू

वाराणसी जोन (डिस्ट्रिब्यूशन) के चीफ इंजीनियर शैलेंद्र कुमार ने बताया कि 'एन सॉफ्ट' के कर्मचारियों ने डोर टू डोर बिल उपलब्ध कराने का काम शुरू कर दिया है। सभी कर्मचारियों को मिले एंड्रायड मोबाइल फोन में पहले से क्लाउड बिलिंग एप लोड होने से मीटर रीडिंग की जरूरत नहीं होगी। मीटर की मात्र फोटो खींचने भर में बिल जेनरेट हो जाएगा।

नहीं होगा घालमेल

अधिकारियों की मानें तो बिलिंग के समय रीडर्स द्वारा होने वाली लापरवाही व खेल को खत्म करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है। बिजली मीटर की मोबाइल से फोटो लेने पर मीटर में मौजूदा समय तक खर्च हुए बिजली यूनिट का सही डिजिट नजर आएगा। इससे किसी प्रकार के घालमेल किये जाने की गुंजाइश नहीं रहेगी।

'लूऐंट ग्रिड' से अटैच होगा मोबाइल

जिस कर्मचारी को यह मोबाइल दिया गया है वह मोबाइल 'लूऐंट ग्रिड' से जुड़ा रहेगा, जो उस दौरान की यूनिट के साथ मीटर की ली गई फोटो ग्रिड के माध्यम से 'एचसीएल' के डाटा सिस्टम से मैच करेगी। इसके बाद एक माह पहले खर्च हुई यूनिट और वर्तमान में खर्च हुई यूनिट के अंतर को निकाल कर बिल तैयार हो जाएगा। इसके बाद कर्मचारी प्रिंटर के माध्यम से बिल निकाल कर उपभोक्ता को उपलब्ध कराएगा या उसकी फोटो उसके मोबाइल पर सेंड कर देगा। अधिकारी इस नई व्यवस्था से गलत बिलिंग की शिकायत पर विराम लगने की बात कह रहे हैं।

वर्जन--

अक्सर उपभोक्ताओं की शिकायत रहती है कि उनका बिल सही नहीं आता। लेकिन अब क्लाउड बिलिंग एप से यह समस्या दूर होगी। लूऐंट ग्रिड के जरिए जेनरेट हुआ बिल घर-घर पहुंचेगा।

शैलेंद्र कुमार, चीफ इंजीनियर (डिस्ट्रिब्यूशन), पीवीवीएनएल