-केन्द्र सरकार बनाम राज्य सरकार

-प्रस्व्तावित 154 टॉयलेट में जायका ने तीन साल में तैयार कर लिया 146 टॉयलेट

-नगर निगम अभी तक तैयार नहीं कर सका वेस्ट टू एनर्जी प्लांट

स्वच्छता अभियान के तहत शहर को स्वच्छ रखने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से साल 2014 में शुरु हुई टॉयलेट निर्माण कार्य का काम लगभग पूरा हो चला है। केन्द्र सरकार की ओर से प्रस्तावित टॉयलेट में जायका द्वारा लगभग 90 फीसदी टॉयलेट तैयार कर दिया गया है। शेष टॉयलेट बनाने का काम तेजी से चल रहा है। बताया जा रहा है कि अगले छह माह में काम पूरा हो जाएगा। वहीं बात करें राज्य सरकार की योजनाओ तो इनकी योजनाएं कछुएं की चाल चल रहा है। नगर निगम द्वारा करसड़ा में बनाए जा रहे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का काम अभी आधी भी नहीं हो पाई है। जबकि इसकी समय सीमा भी खत्म हो गई है। यहां भी प्रदेश सरकार का काम केन्द्र सरकार से काफी धीमा है।

क्या है टॉयलेट प्रोजेक्ट

केन्द्र सरकार के लिए काम कर रही एजेंसी जायका की ओर से शहर के पब्लिक प्लेस पर 154 टॉयलेट बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। पांच चरणों में काम पूरा करने के लिए एजेंसी को मार्च 2019 तक का समय दिया गया है। अभी तक प्रस्तावित टॉयलेट में 146 बनकर तैयार हो चुके है। अधिकारियों की माने तो कुछ विवादों की वजह से कुछ काम अटक गया था, वरना यह काम 2015-16 में ही पूरा हो जाता। कई ऐसी जगह है जहां लोगों के विरोध करने की वजह से काम शुरु ही नहीं हो सका था।

क्या है कंपोस्ट व एनर्जी प्लांट

राज्य सरकार की ओर से कूड़ा निस्तारण करने के लिए करसड़ा में 600 टन के वेस्ट टू कंपोस्ट प्लांट का काम शुरु कराया था, जो पूरा हो चुका है। इसी के साथ यहां 2016-17 में 24 टन का वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का काम शुरु कराया गया था। इसके लिए समय सीमा एक साल तय की गई थी, लेकिन अब तक आधा काम भी पूरा नहीं हो सका है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि जब केन्द्र सरकार की योजनाएं अपने तय डेडलाइन पर पूरा हो रही है तो राज्य सरकार की योजनाओं में लेट लतीफी क्यों। सूत्रों की माने तो केन्द्र के ज्यादातर वर्क प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से होता है, जबकि राज्य सरकार की योजनाओं की जिम्मेदारी सरकारी विभागों को दी जाती है। हैरानी कि बात है कि इन कार्यो पर कितना खर्च आ रहा है इसकी जानकारी भी अधिकारियों को नहंी है।

एक नजर

24

टन वेस्ट टू एनर्जी प्लांट बन रहा है करसड़ा में

2016-17

में शुरु हुआ था काम

600

टन का तैयार हो चुका है वेस्ट टू कंपोस्ट प्लांट

157

पब्लिक टॉयलेट है प्रस्तावित

146

बन चुके है टॉयलेट

2019

मार्च तक तैयार हो जाएंगे सभी टॉयलेट

वेस्ट टू कंपोस्ड बनकर तैयर हो चुका है। रही बात वेस्ट टू एनर्जी की तो इस पर काम तेजी से चल रहा है। कुछ ही माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा।

डॉ। एके दूबे, नगर स्वास्थ्य अधिकारी