- चनेहटा के लोगों ने किया हंगामा, रोड जाम

BAREILLY:

अंधाधुंध हो रही बिजली कटौती से शहर से लेकर गांव तक हाहाकार मचा हुआ है। बार-बार हो रही ट्रिपिंग, ब्रेक डाउन और शटडाउन के कारण वेडनसडे को बमुश्किल 5 घंटे ही बिजली की सप्लाई हो सकी। घरों में लगे इंवर्टर भी जवाब दे गये। संकट इस कदर है कि चारों तरफ हाहाकार मचा है। टंकियां सूख चुकी हैं और घर-मकानों में दम घुट रहा है, लेकिन बिजली अधिकारियों को आवाम की इस समस्या से कोई सरोकार नहीं दिखता। अधिकारियों की लापरवाही के कारण आखिरकार लोगों के सब्र का बांध वेडनसडे को टूट गया। चनेहटा के लोगों ने चीफ इंजीनियर राजकुमार अग्रवाल कार्यालय का घेराव कर दिया और रोड जाम कर जमकर हंगामा किया।

दावा भरपूर हकीकत जुदा

भले ही बिजली विभाग भरपूर बिजली देने का दावा कर रहा है। लेकिन हकीकत इससे जुटा है। बूढ़ी हो चुकी लाइनों के चलते आए दिन बिजली का संकट खड़ा हो जा रहा है। वेडनसडे को सीबीगंज 33 केवी लाइन ब्रेक डाउन में आ गई। इससे डीडीपुरम और कोहाड़ापीर सब स्टेशन की आपूर्ति प्रभावित हो गई। नतीजन संजय नगर, मॉडल टाउन, बानखाना, मॉडल टाउन, जनकपुरी, प्रेमनगर आदि क्षेत्रों में बिजली संकट खड़ा हो गया। क्षेत्रवासियों ने बताया कि दिन में विद्युत आपूर्ति दो बजे के बाद ठप हुई जो फिर शाम को छह बजे सुचारू हुई। वहीं शहर के दो सब स्टेशन महानगर और हरुनगला की आपूर्ति बिना सूचना के बंद कर दी गई। एकाएक आपूर्ति बंद होने पर गर्मी से जूझ रहे ग्रीन पार्क, सुरेश शर्मा नगर, सनराइज इंक्लेव, खुशबू इंक्लेव, पवन विहार, गणेशपुरम, महानगर आदि कॉलोनियों के लोग बिलबिला उठे।

आधे से अधिक शहर में रही ट्रिपिंग की समस्या

सुभाष नगर में वेडनसडे को भी पूरे दिन ट्रिपिंग की समस्या बनी रही। यहां पर ट्यूजडे शाम से बिजली सप्लाई लड़खड़ा गई। शाम ढलते ही हालात और भी बदतर हो गए। कटौती से गणेश नगर, मढ़ीनाथ, नेकपुर, अनुपम नगर, तिलक कॉलोनी, खन्ना बिल्डिंग, शांति विहार आदि मोहल्लों के लोग परेशान रहे। 66 केवी सब स्टेशन ओवरलोड होने से सिविल लाइंस में भी दिन भर बिजली की आवाजाही बनी रही। इससे बमनपुरी, मलूकपुर, चौपुला, बिहारीपुर, सिविललाइंस, मिशन कंपाउंड, रोडवेज, सिकलापुर सहित अन्य क्षेत्र में बिजली सप्लाई प्रभावित रही।

टूट गया सब्र का बांध जमकर किया हंगामा

चनेहटा के लोगों का सब्र का बांध वेडनसडे को टूट गया। पिछले एक महीने से बिजली कटौती की समस्या से जूझ रहे चनेहटा के लोग सड़क पर ऊपर आए। बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर राजकुमार अग्रवाल के कार्यालय का घेराव कर दिया। इतने से भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो लोगों ने रोड जाम कर दिया। 3 घंटे तक हंगामा और बवाल चलता रहा। इस बीच बरेली पुलिस का कुछ अता-पता नहीं था। जब बवाल शांत पड़ गया तो पुलिस मौके पर पहुंच गई।

कर्मचारियों का फोन नहीं होता है रिसीव

चनेहटा की आबादी 10 हजार से भी अधिक है। यहां पर ठिरिया निजावत खां फीडर से बिजली की सप्लाई होती है, लेकिन पिछले एक महीने से चनेहटा में ठीक ढंग से बिजली सप्लाई नहीं हो रही है। जेई विकास यादव का फोन रिसीव नहीं होता है। एसडीओ ठीक ढंग से बात नहीं करते हैं। अधिकारियों से शिकायत करने पर भी बिजली सप्लाई पर सही नहीं हुई। लिहाजा वेडनसडे करे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। ट्रैक्टर-ट्रॉली में लदकर करीब चार दर्जन लोग सर्किट हाउस स्थिति चीफ कार्यालय पर धावा बोल दिया। इनमें महिलाएं और पुरुष भी शामिल रहे। सबसे पहले लोग एक्सईएन एसके गुप्ता के चैम्बर में पहुंचे। यहां पर मारपीट की नौबत आ गई। काफी देर तक कहासुनी होती रही।

ऑफिस का बंद कर दिया बत्ती-पंखा

इसके बाद गुस्साएं लोगों की भीड़ चीफ कार्यालय पहुंच गई। चीफ के चेम्बर में घुस गये। हालांकि, उस समय चीफ इंजीनियर राजकुमार अग्रवाल डीएम आर विक्रम सिंह के साथ मीटिंग में थे। चीफ इंजीनियर के न होने पर लोगों का गुस्सा और भड़क गया। हंगामा कर रहे लोगों ने ऑफिस में काम कर रहे कर्मचारियों और अधिकारियों को बाहर निकाल दिया। ऑफिस में चल रहा फैन, कूलर, एसी, बल्ब और कम्प्यूटर सिस्टम को बंद कर दिया। इसके बाद लोग बिलिंग कलेक्शन सेंटर पहुंच गये। वहां भी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। साथ ही अधिकारियों कर्मचारियों के ऑफिस के दरवाजे बंद कर दिये।

रोड किया जाम, महिला हुई बेहोश

अपनी मांगों को लेकर लोगों बिजली विभाग परिसर के मेन गेट को भी बंद कर दिया। सर्किट हाउस के सामने का रोड जाम कर दिया। रोड पर ही बैठ कर बिजली विभाग मुर्दाबाद की नारेबाजी करने लगे। ट्रैक्टर-ट्रॉली रोड के बीचो बीच लगाकर रोड को ब्लॉक कर दिया। जिसकी वजह से वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। गर्मी इतनी अधिक रही कि हंगामा कर रही चनेहटा की हाजरा नाम की महिला बेहोश हो गई। सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक चनेहटा के लोगों का हंगामा चलता रहा। इस दौरान लोगों ने कर्मचारियो को बाहर निकाला, ऑफिस और परिसर का गेट बंद कर दिया। रोड जाम कर दिया। लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। करीब दो घंटे बाद डायल-100 पहुंची। उसके बाद चौकी चौराहा इंचार्ज और सीओ पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। फिर ग्रामीण एसई मोहम्मद तारिक वारसी को बुलाया गया।