आगरा। तूफान ने जनजीवन प्रभावित करने के साथ बिजली व्यवस्था भी ठप कर दी। हजारों की संख्या में बिजली के पोल धराशायी हो गए। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार अभी नुकसान का आंकलन कराया जा रहा है।

दक्षिणांचल ने खोली हेल्पलाइन

जिले में दूरसंचार और बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। 11 अप्रैल को आए तूफान से अभी बिजली विभाग ठीक से उबर भी नहीं पाया था कि बीती रात हजारों की संख्या में विद्युत पोल गिर पड़े। फॉल्ट की सूचना के लिए दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम ने हेल्पलाइन शुरू कर दी। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी एसके वर्मा ने बताया कि दूरदराज के क्षेत्र से सूचना मिलने में देरी होती है। इसके लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। लोग सूचना देने के साथ व्हाट्सएप पर पोल, तार, ट्रंासफॉर्मर के डेमेज होने की सूचना भेज सकते हैं।

ट्रांसमिशन को हुआ 30 लाख का नुकसान

ट्रांसमिशन को बीती रात आए तूफान से 30 लाख का नुकसान हो गया। ट्रांसमिशन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 132 केवी के कई टॉवर जमींदोज हो गए। इसमें शमसाबाद, खेरागढ़, फतेहाबाद इलाकों में आधा दर्जन टॉवर गिर गए। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि 132 के टॉवर गिरने से खेरागढ़ शमसाबाद आपूर्ति बंद हैं।

पॉवर ग्रिड को करोड़ों का नुकसान

एनटीपीसी पॉवर ग्रिड को करोड़ों का नुकसान हुआ है। शमसाबाद और फतेहाबाद एरिया में 20 टॉवर धराशायी हो गए। इस बारे में पॉवर ग्रिड के जीएम जीके शर्मा ने बताया कि आपूर्ति बाधित नहीं हुई है। जल्द ही व्यवस्था सुचारु कर दी जाएगी।