अमेरिकी कंपनी एजी डाटर्स से हुआ करार, बैरिया में लगेगा एनर्जी प्लांट

PATNA: राजधानी अब कचरे से बनने वाली बिजली से रोशन होगी। इससे न केवल पटना साफ सुथरा दिखेगा बल्कि कचरे के निष्पादन को लेकर होने वाली समस्या से मुक्ति भी मिल जाएगी। स्थिति यह है कि कचरे डंपिंग यार्ड के आसपास गंदगी और दुर्गध से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट सबसे पहले आपको बताने जा रहा है कि कैसे कचरे से बिजली का उत्पादन होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को वेस्ट टू एनर्जी प्लांट और डोर टू डोर कचरा कलेक्शन योजना का शिलान्यास किया।

बैरिया में लगेगा प्लांट

कचरा से बिजली प्रोडक्शन के लिए पटना के बैरिया को चुना गया है जहां नगर निगम का डंपिंग यार्ड है। घरों से एकत्र किए गए कचरे को बैरिया लाया जाएगा। फिर प्रोसेसिंग कर कचरे को छांटा जाएगा। छांटे गए कचरे से बिजली का उत्पादन होगा।

25 साल के लिए हुआ समझौता

वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के लिए अमेरिकी कंपनी एजी डाटर्स के साथ नगर निगम का समझौता हुआ है। जिसके तहत कंपनी पटना में 25 साल तक काम कर सकेगी। कंपनी के कॉमर्शियल डायरेक्टर पुष्पराज सिंह ने बताया कि एक साल के भीतर प्लांट स्थापित हो जाएगा। नगर निगम शहर में बनाए गए छह सेकेंडरी प्वाइंट तक ही कचरा पहुंचाएगी। इसके बाद कचरा प्लांट तक ले जाने की जिम्मेवारी संस्था की होगी। निगम को यह संस्था प्रति मीट्रीक टन 770 रुपए देगी।

पावर प्लांट के लिए पहले भी हो चुका है प्रयास

वर्ष 2014-15 में ग्रीन एनर्जी नाम की एक प्राइवेट संस्था के साथ निगम का समझौता हुआ था। प्राजेक्ट में निगम द्वारा प्रति टन कचरे के निष्पादन के लिए 200 रुपए कंपनी को देना था। यह कंपनी बैरिया में पॉवर प्लांट के सहारे एनर्जी तैयार करती। शर्त के अनुसार निगम और कंपनी के बीच समझौता हुआ कि प्रतिदिन निकलने वाले अनुमान के अनुसार कचरे की मात्रा में अगर वृद्धि हुई तो निगम दोगुना भुगतान करेगा। इसके लिए हर एरिया से निकलने वाले कचरे की मात्रा का मानदंड भी तय हुआ। इस कंपनी को भी निगम ने शुरूआती दौर में चार करोड़ रुपये भुगतान किया। लेकिन पॉवर एनर्जी का उत्पादन शुरू नहीं हुआ। कंपनी ने बैरिया स्थित पावर प्लांट के नाम पर मात्र कचरे का समतलीकरण किया और फिर वापस लौट गई।

इस बार नगर निगम उत्साहित है। कचरे के प्रसंस्करण के लिए निगम को कोई खर्च नहीं करना है। बल्कि कंपनी ही निगम को भुगतान करेगी। यह पटना के लिए महत्वपूर्ण और उम्दा पहल है। जिससे देश के दूसरे हिस्सों में भी संदेश जाएगा।

विशाल आनंद, अपर नगर आयुक्त नगर निगम पटना।