-गोरखनाथ क्षेत्र में बनेगा स्पेशल फीडर

-बिजली विभाग की टीम ने शुरू किया सर्वे

GORAKHPUR: गोरखनाथ एरिया में पावर लूम चलाने वाले बुनकरों को स्पेशल बिजली मिलेगी। उनके कारोबार को बढ़ावा देने के लिए बिजली विभाग अलग से इंतजाम कर रहा है। बिजली कनेक्शन की वजह से पावर लूम चलाने में आने वाली दिक्कतों को डिटेल बनाकर शासन को भेजा जाएगा। महानगर के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि सर्वे कराया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा जाएगा। वहां से अनुमति मिलते ही अलग कनेक्शन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

11 जनवरी तक देनी होगी पूरी रिपोर्ट

गोरखनाथ क्षेत्र में करीब छह सौ पावर लूम चलते हैं। इससे कम से कम 10 हजार लोगों आजीविका चलती है। पावर लूम का प्रोडेक्शन प्रभावित होने से सबके आय पर असर पड़ता है। पावर लूम चलाने वाले छोटे कारोबारियों को बिजली की प्रॉब्लम झेलनी पड़ती है। उनकी समस्या शासन तक पहुंची थी जिस पर अलग से बिजली सप्लाई देने की बात हुई। ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव ने पिछले साल सितंबर में इस संबंध में रिपोर्ट मांगी थी। लेकिन अन्य कामों में बिजी होने से विभागीय अधिकारी कोई सूचना उपलब्ध नहीं करा सके। दिसंबर के अंत में दोबारा इस संबंध में रिपोर्ट तलब की गई है। 11 जनवरी तक सर्वे पूरा कराकर अधिकारियों से रिपोर्ट देने को कहा गया है। पूर्व में गरीब बुनकरों को पावरलूम चलाने के लिए 145 रुपए का रेट फिक्स कर दिया गया था। इससे उनको काफी राहत मिली है।

क्या हाेगा फायदा

-गोरखनाथ एरिया में करीब 560 पावर लूम चलते हैं।

-इनके लिए अलग से बिजली सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं है।

-किसी वजह से लाइन कटने पर कारोबार प्रभावित हो जाता है।

-पावर लूम चलाने के लिए अलग से बिजली देने की योजना है।

-बिजली सब स्टेशन में पावर लूट का फीडर बनाया जाएगा।

-पावर लूम के लिए अलग से बिजली की सप्लाई दी जाएगी।

-विशेष परिस्थितियों में ही बिजली विभाग पावर लूम की लाइन काटेगा।

-अलग से कनेक्शन-सप्लाई होने पर करीब 24 घंटे सप्लाई में सहूलियत मिलेगी।

-पावर लूम के कनेक्शन से बिजली चोरी नहीं हो सकेगी। फिक्स चार्ज का फायदा विभाग को मिलेगा।

गोरखनाथ एरिया में करीब छह सौ पावर लूम चलते हैं। उनके लिए अलग से फीडर बनाया जाएगा। बिजली की सप्लाई अलग से दी जाएगी ताकि कारोबार पर किसी तरह का असर न पड़े। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द सर्वे पूरा कराकर बुनकरों के लिए 24 घंटे बिजली सप्लाई सुनिश्चित कराई जा सके।

एके सिंह, अधीक्षण अभियंता, महानगर विद्युत वितरण मंडल