- पहली बार पुलिस ने पार्षदों से मांगा शांति के लिए सहयोग

- बवाल होने से बचने के लिए पुलिस ने पार्षदाें से उपाय भी पूछा

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: अक्टूबर महीना त्योहारों का है। दशहरा, बकरीद, दीवाली और छठ जैसे महत्वपूर्ण पर्व पड़ने से पुलिस और प्रशासन शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर चिंतित है। प्रशासन इन त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारी में जुटा है। पुलिस ने इस बार अनोखा प्रयोग करते हुए आम जनता और जनप्रतिनिधियों से सहयोग मांगा है। खासकर पार्षदों से। पुलिस का मानना है कि चूंकि पार्षद सीधे जनता से जुड़े रहते हैं इसलिए वे शहर में त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

पार्षदों ने भी दी अपनी राय

पार्षदों ने भी त्योहारों को सकुशल संपन्न करने के लिए पुलिस प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का आश्वासन के साथ साथ कई सुझाव भी दिए। जितेंद्र सैनी ने बताया कि अली नगर, चरनलाल चौक, बक्शीपुर एरिया में मूर्ति विसर्जन के समय सबसे अधिक भीड़ जुटती है। वहीं चेन स्नेचिंग और छेड़खानी की घटना अधिक होती है। विजेंद्र अग्रहरि ने मांग की जुलूस मार्गो का पैचिंग वर्क अभी तक नहींहो पाया है। स्ट्रीट लाइट्स और सफाई व्यवस्था भी अभी समुचित नहींहै। वहीं विंध्यवासिनी जायसवाल ने नशे में धुत्त लोगों द्वारा जूलूस में बवाल करने को लेकर चिंता जताई। उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इस मौके पर पार्षद जर्नादन चौधरी, सुनील कुमार यादव, हाजी शकील अंसारी सहित अन्य पार्षद उपस्थित रहे।

पांच वालंटियर्स देंगे पार्षद

प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मीटिंग में पुलिस ने हर पार्षद से 5-5 वालंटियर की मांग की। एसपी सिटी ने कहा कि पार्षद अपने क्षेत्र के बारे में अधिक जानते हैं। इसलिए उनसे उनके एरिया के असमाजिक तत्वों को चिन्हित करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही साथ जो 5-5 वालेंटियर पार्षद देंगे, वह अपने एरिया के पुलिस के साथ रहेंगे। एसपी सिटी ने कहा कि मूर्ति विसर्जन के दिन अगर कोई नशे में धुत्त पकड़ा गया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

यह क्या बोल गए पार्षद प्रतिनिधि

संडे को पार्षद कानून व्यवस्था बनाए रखने पर अपने सुझाव दे रहे थे। उसी क्रम में जब वार्ड नं 45 हासूंपुर के पार्षद प्रतिनिधि संजय श्रीवास्तव की बारी आई तो उन्होंने पार्षद वरीयता की मांग की। कहा कि 2014-15 के वित्तीय वर्ष में हमारे वार्ड में एक भी पथ प्रकाश का काम नहीं हुआ है। उनके इस कथन से पूरा मीटिंग हाल स्तब्ध रह गया। आखिरकार जब मेयर और नगर आयुक्त ने उनको बताया कि यह मीटिंग नगर निगम की नहीं बल्कि प्रशासन की कानून व्यवस्था को लेकर है, तब उन्होंने अपने सुझाव बताए।

शहर में शांति और सकुशल त्योहार संपन्न हो जाए, इसकी तैयारी के लिए सभी कर रहे हैं। प्रशासन ने नगर निगम से सहयोग मांगा है। इसलिए हमने अपने पार्षदों को प्रशासन के साथ बैठक बुलायी है। इसमें पार्षदों ने अपना सुझाव दिया है।

डॉ। सत्या पांडेय, मेयर

पार्षद एक ऐसा जनप्रतिनिधि होता है जो मोहल्लों की गतिविधियों को सबसे अच्छी तरह से जानता है। इसलिए प्रशासन पार्षदों से सहयोग मांग रहा है।

राजेश कुमार त्यागी, म्यूनिसिपल कमिश्नर

पार्षद आम जनता से जुड़े जनप्रतिनिधि हैं। इनके एरिया में त्यौहारों को आयोजन होता है। इसलिए प्रशासन कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए इनसे सहयोग मांगा है।

सतीश पाल, सिटी मजिस्ट्रेट

त्योहार के समय सिटी में कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए सबका सहयोग लिया जा रहा है। पार्षद सबसे जनप्रतिनिधि होते हैं। वे गली-गली के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए उनसे सहयोग मांगा जा रहा है।

सत्येंद्र सिंह, एसपी सिटी