- यूपी बोर्ड ने अपनी साख को सुधारने के लिए उठाया एक और कदम, प्रैक्टिकल एग्जाम की भी होगी फोटोग्राफी

- बोर्ड सचिव को भेजी जाएगी वीडियो सीडी, परीक्षक को भी पहले ऑनलाइन मा‌र्क्स भेजने होंगे फिर सील पैकेट भेजेंगे

KANPUR: यूपी बोर्ड अपनी साख को सुधारने के लिए नए-नए कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में बोर्ड ने फाइनल एग्जाम के साथ ही प्रैक्टिकल एग्जाम्स की भी वोडियोग्राफी कराने का फैसला लिया है। क्योंकि यह जगजाहिर है कि प्रैक्किटल एग्जाम किस तरह कॉलेजों में महज औपचारिकता निभाई जाती है और स्टूडेंट्स को नंबर बांट दिए जाते हैं। इस ट्रेंड को बदलने के लिए भी इस बार प्रैक्टिकल एग्जाम कैमरे की निगरानी में होंगे और वीडियो की सीडी बनाकर बोर्ड सचिव को भ्ोजी जाएगी।

ऑनलाइन भेजने का फरमान

सिटी में यूपी बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम करीब 425 कॉलेजों में कराए जाएंगे। हाईस्कूल के इंटर्नल मा‌र्क्स ऑनलाइन भेजने का फरमान है। इंटरमीडियट में फिजिकल एजूकेशन में ग्रेडिंग सिस्टम है। ग्रेड देने के बाद कॉलेज लेवल से इसे ऑनलाइन बोर्ड को भेजा जाता है। जबकि फिजिक्स, केमेस्ट्री व बायोलॉजी में 30-30 मा‌र्क्स के प्रैक्टिकल होते हैं। जिसमें 15 मा‌र्क्स बाहर से आने वाले परीक्षक के होते हैं जबकि 15 मा‌र्क्स इंटरनल के होते हैं।

नहीं चलेगा परीक्षकाें का खेल

यूपी बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 से 15 जनवरी के बीच कराई जाएंगी। कानपुर शहर व रूरल एरिया में करीब 425 सेंटर्स पर बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं कराई जाएंगी। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बोर्ड ने प्रैक्टिकल एग्जाम की भी वीडियो फोटोग्राफी कराने का डिसिजन लिया है। अभी तक कई बार परीक्षक कॉलेजों में जाते ही नहीं थे और प्रिंसिपल से साठगांठ करके मा‌र्क्स भेज दिए जाते थे। इसके एवज में में परीक्षक को कुछ आर्थिक लाभ मिल जाता था। लेकिन, वीडियोग्राफी कराए जाने से यह खेल अब नहीं चल पाएगा।

वर्जन

बोर्ड ने कानपुर का प्रैक्टिकल एग्जाम शेड्यूल जारी कर दिया है। जिन भी कॉलेजों में प्रैक्टिकल एग्जाम होंगे वहां की वीडियो सीडी बनाकर बोर्ड को भेजी जाएगी। किसी कॉलेज में कोई गड़बड़ी सामने आएगी तो जांच करवाकर एक्शन लिया जाएगा।

सतीश कुमार तिवारी, डीआईओएस