- बाहर से आए रागी जत्थों ने किया संगत को निहाल, बरता गुरु का अटूट लंगर

-चौकी चौराहा स्थित गुरुद्वारा गुरु ग्रंथ साहिब को बिशप मंडल इंटर कॉलेज को लेकर गए

: गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर मुख्य दीवान बिशप मंडल इंटर कॉलेज में संडे को सजा। बाहर से आए रागी जत्थों ने शबद गायन से संगत को निहाल किया। इसके साथ ही गुरु का अटूट लंगर भी बरता गया। गुरु गोविंद सिंह जयंती समाज के लोगों ने हर्षोल्लास मनाई। सुबह 8.30 बजे चौकी चौराहा स्थित गुरुद्वारा पर समाज के लोग एकत्रित हुए। फिर बैंड बाजे के साथ सम्मान गुरु ग्रंथ साहिब को बिशप मंडल इंटर कॉलेज को चले। पूरे रास्ते गुरवाणी कीर्तन सोसायटी की संगत कीर्तन करते हुए चली। बिशप मंडल में सजे पंडाल में ससम्मान गुरु ग्रंथ साहिब को विराजमान किया। अरदास और हुकुमनामा से मुख्य दीवान की शुभारंभ हुआ। जोगा सिंह, बलवंत सिंह ने कीर्तन से संगत को निहाल किया। दिल्ली गुरुद्वारा बंगला साहिब के रागी रंजीत सिंह ने गुरवाणी कीर्तन किया।

गुरु के बारे में दी गई जानकारी

सिख मशीनरी कॉलेज के जोनल इंचार्ज गुरमीत सिंह ने गुरु गोविंद के बारे में संगत को बताया। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह ने अपने पिता गुरु तेग बहादुर की शहादत के बाद प्रण किया कि वह ऐसी कौम तैयार करेंगे, जो लाखों लोगों में अलग से पहचानी जाए। फिर वैशाखी वाले दिन खालसा पंथ की स्थापना की। उन्होंने पाउंटा साहिब (हिमाचल प्रदेश) शहर बसाया। रूद्रपुर उत्तराखंड से आए पंथ प्रचारक सतनाम सिंह ने भी संगत से गुरु के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

35 लोगों ने किया रक्तदान

मुख्य दीवान कार्यक्रम में जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के सहयोग से स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगा। डॉ। यूबी सिंह ने बताया कि शिविर में 35 यूनिट ब्लड एकत्रित हो सका। दंत विशेषज्ञ डॉ। हिमांशु शर्मा ने निशुल्क दंत परीक्षण शिविर लगाया। इस मौके परमजीत सिंह, कुलदीप सिंह, हरनाम सिंह, राजेंद्र सिंह, विक्की बग्गा, मालिक सिंह कालरा, मनु बख्शी, मंदीप सिंह, अमरदीप सिंह, मंजीत सिंह, हरविंदर सिंह, अमरजीत सिंह, बलविंदर सिंह द्वारका, चंद्रमोहन खन्ना आदि मौजूद रहे।