आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण जिन्हें सभी प्रमुख पदों से हटाया जा चुका है ने पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के नाम एक ओपन लेटर लिखा है. इस पत्र में उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों का जवाब दिया है. पिछले महीने 28 मार्च को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न पाए जाने के कारण अपने पद से  मुक्त कर दिया गया था.

प्रशांत ने एक अंग्रेजी न्यूज चैनल की वेबसाइट पर लिखे अपने पत्र में लिखा है कि अरविंद ने राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग में काफी उत्तेजक भाषण दिया और झूठे आरोप लगाए जिससे कई विधायक उनके खिलाफ हो गए. प्रशांत ने ये भी लिखा कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया गया. वोटिंग बिना किसी तरह का डिस्कशन किए ही हो गयी.

प्रशांत ने लिखा कि अगर अरविंद ने अपना ये तरीका नहीं बदला तो वो दिन दूर नहीं जब पार्टी अपने मूल उद्देश्यों से दूर चली जाएगी. प्रशांत ने आरोप लगाया कि आप में हाईकमान कल्चर आ गया है. अरविंद के आसपास सिर्फ हां में हां मिलाने वाले लोग रह गए जो पार्टी के खात्मे की वजह बन सकते हैं. पत्र के अंत में प्रशांत भूषण ने केजरीवाल को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें कहा कि गुडबाय और गुड लक.  

अटकलें लगाई जा रही हैं प्रशांत और योगेंद्र साथ मिलकर नई पार्टी बना सकते हैं. इस बीच पार्टी कार्यकर्ताओं को परोक्ष रूप से चेतावनी देते हुए आप के सीनियर नेताओं ने कहा है कि बागी नेताओं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण की ओर से 14 अप्रैल को बुलाई गयी बैठक में हिस्सा लेना अनुशासनहीनता माना जाएगा.

Hindi News from India News Desk

National News inextlive from India News Desk