- दस हजार रुपये महीने पर किराए पर ले रखी थी कोठी

मेरठ : वन्य जीवों के अवशेषों व विदेशी हथियारों के तस्कर प्रशांत विश्नोई को डीआरआई की टीम पांच दिन बाद भी पकड़ नहीं पाई है। डीआरआई का कहना है कि प्रशांत पर गिरफ्तारी के लिए दवाब बनाया जा रहा है, फिलहाल उसकी लोकेशन मुंबई में मिल रही है।

सभी विदेशी हथियार

डीआरआई का दावा है कि प्रशांत की कोठी से सभी विदेशी हथियार बरामद हुए हैं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये आंकी जा रही है। जांच में यह पाया गया है कि प्रशांत विश्नोई का नेटवर्क मेरठ से दिल्ली, मुंबई, गुड़गांव, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड तक नेटवर्क फैला हुआ है।

खाली कराने को नोटिस

पांडव नगर पॉश कालोनी में जेलर स्वर्गीय ओमप्रकाश की ई- 8 कोठी बुधवार को सुर्खियों में आ गई जब खुलासा हुआ कि कर्नल अपनी लग्जरी गाडि़यों व अन्य वन्य जीवों की तस्करी का सामान इस कोठी में रखता था। जेलर की पत्‍‌नी ने बताया कि तीन दिन में कोठी खाली करने के लिए कर्नल को नोटिस दिया गया है।

दस हजार किराया

जेलर की पत्‍‌नी का कहना है कि कर्नल ने अपने चालकों के लिए तीन साल पहले एंग्रीमेंट के आधार पर दस हजार रुपये किराए पर अपने ड्राईवरों के लिए कोठी किराए पर ली थी। डाइवरों के नाम पर वह इस कोठी में तस्करी कर रहा था।

आर्मी का ले रखा था सहारा

कर्नल के बेटा प्रशांत विश्नोई अपने पिता के नाम का सहारा लेकर हथियारों व वन्य जीवों के अवशेषों की तस्करी कर रहा था। इसके लिए उसने जेलर की कोठी किराए पर ले ली। जेलर की कोठी पर पुलिस का बोर्ड लगा था, जिससे उसे हथियारों की तस्करी में मदद मिलती थी।