प्रयाग संगीत समिति में आयोजित हुआ वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों का अधिकार सम्मेलन

ALLAHABAD: प्रदेश सरकार ने वित्तविहीन शिक्षकों को पूर्ण कालिक शिक्षक बनाने और उचित मानेदय का वादा किया था। लेकिन, आज तक ये वादा पूरा नहीं हो सका। अधिकार को लेकर शिक्षक संघ ने लड़ाई मुखर की तो उसे कमजोर करने के लिए सरकार ने अपने लोगों को चुनाव में उतार दिया। ये बातें शनिवार को अशासकीय स्ववित्तपोषित महासंघ उत्तर प्रदेश की ओर से आयोजित वित्तविहीन अधिकार सम्मेलन के दौरान मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कही।

लड़ाई में साथ रहने का वादा

प्रयाग संगीत समिति में आयोजित प्रोग्राम में उन्होंने कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों को पूर्ण कालिक शिक्षक का दर्जा और पूर्ण वेतनमान का अधिकार है। इसलिए भीख का बहिष्कार कर शिक्षकों को कानूनन शिक्षक बनाने की लड़ाई लड़नी होगी। विशिष्ट अतिथि शिक्षक विधायक सुरेश त्रिपाठी ने कहा कि वित्तविहीन संस्थानों को पदसृजन, सेवा नियमावली, अनुभाग की अनुमान्यता से आच्छादित कराने, अप्रशिक्षित अध्यापकों को उनकी तीन वर्ष की सेवा के आधार पर प्रशिक्षण से मुक्ति, स्ववित्तपोषित, वित्तविहीन विद्यालयों को सवित्त विद्यालयों की तरह अनुदान व कंप्यूटर सहित अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदत्त शुक्ल ने कहा कि कुछ वित्तविहीन शिक्षक नेता सत्ताधारी नेताओं की गोद में बैठकर हमारे अस्तित्व का सौदा कर रहे हैं। उनकी यह नीति कामयाब नहीं होने दी जाएगी।

संचालन अनिल राज मिश्र ने किया। श्यामबहादुर सिंह बिसेन, अरविंद त्रिपाठी, महासचिव शिवबहादुर पटेल, आशुतोष त्रिपाठी, राकेश शास्त्री, दुर्गादत्त शास्त्री, रमेशचंद्र, महेशदत्त शर्मा, प्रेमकांत त्रिपाठी, प्रमोद त्यागी, जगदीश मौजूद रहे।