-निर्मोही अनी अखाड़े की छावनी में आयोजित हुआ पट्टाभिषेक समारोह

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PRAYAGRAJ: सनातन संस्कृति का आकर्षण विदेशियों को इस कदर पसंद आने लगा है कि पाश्चात्य जीवन शैली को छोड़कर वे इसे आत्मसात करते जा रहे है। इसका नजारा सेक्टर सोलह स्थित अखाड़ों की छावनी में दिखाई दे रहा है। कुंभ मेला के इतिहास में पहली बार एक ही मंच पर एक साथ नौ विदेशी सनातन संस्कृति की अलख जगाने के लिए उसके साथ जुड़ गए। शुक्रवार को को निर्मोही अनि अखाड़े की छावनी में आयोजित पट्टाभिषेक समारोह के जरिए तीन विदेशी महिलाएं और छह पुरुषों का विधि-विधान से पट्टाभिषेक कर उन्हें महामंडलेश्वर बनाया गया।

इन देशों के निवासी

नौ में से सर्वाधिक पांचर महामंडलेश्वर यूएसए से हैं

यूएसए- लीला मारिया हेंडरसन, जैमी इलेना, जानथन मिचेल और टेलर सैमुअल, स्वामी परमेश्वरानंदा।

वाराणसी (मूल स्थान नहीं बताया)- अलेक्जेंडर जॉन डीटमर

फ्रांस- आंद्रे मौनोउस्वामी

जापान- राइको मियामोटो

इजरायल- डोरोन शाहनून

हर-हर गंगे का लगाया जयकारा
पट्टाभिषेक समारोह की अगुवाई निर्मोही अनि अखाड़े के अध्यक्ष राजेन्द्र दास ने की। मंच पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेन्द्र गिरी, जूना अखाड़ा के उपाध्यक्ष प्रेम गिरी व गुजरात के सीएम विजय रुपाणी सहित सभी तेरह अखाड़ों के अध्यक्ष व सचिव मौजूद रहे। समारोह के दौरान जब महामंडलेश्वर सांई मां ने हर-हर गंगे का जयकारा लगवाया तो नौ विदेशी संन्यासियों ने हर-हर गंगे, हर-हर गंगे का जयकारा लगाया। अखाड़े के अध्यक्ष राजेन्द्र दास ने बताया कि सनातन संस्कृति में आस्था रखने वाले सभी विदेशियों को अखाड़े और संस्कृति के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए संकल्प दिलाया गया है। अब सभी अखाड़े के अभिन्न अंग बन चुके हैं। इसलिए अखाड़े की परंपरा का निवर्हन करते हुए इन्हें त्याग व तपस्या के साथ देशभर में जाना होगा।