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PRAYAGRAJ: पहाड़ों पर तेज हो चुकी बर्फबारी ने मैदानी इलाके पर असर दिखाना शुरू कर दिया है। पहाड़ों पर भारी बर्फबारी से समूचा उत्तर भारत ठंड की चपेट में आता जा रहा है। प्रयागराज में रविवार इस साल का सबसे ठंडा दिन रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग की गणना के अनुसार रविवार को प्रयागराज का न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जोकि इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। वहीं बम्हरौली स्थित मौसम केन्द्र ने रविवार का न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस बताया है।

2006 में गिरा था 4.2 डिग्री
बता दें कि इससे पहले 31 दिसम्बर 2006 को न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। बाकी के साल भी बहुत ज्यादा अंतर नहीं रहा। ऐसे में मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इस बार भी दिसम्बर में टेम्प्रेचर चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। बीते दस साल में दिसम्बर के शुरुआती दस दिन 30 डिग्री सेल्सियस तापमान के आसपास रहे हैं। वहीं इस बार ठिठुरन भरी ठंड की शुरुआत माह के शुरुआत के साथ ही हो गई। इससे दिन का तापमान भी अब लुढ़ककर 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच चुका है।

शुरू में ही 10 डिग्री तक पहुंचा था
गौरतलब है कि रात में बर्फीले मौसम के एहसास ने दिन और रात के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की है। हाल यह है कि दिसम्बर के शुरूआती दिनों में ही रात्रि का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया था। इससे एक बार फिर बीते वर्षो जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं। बीते सालों में माघ मेले के आगाज से पहले दिसम्बर माह में ही पारा तेजी से लुढ़कना शुरू हुआ था और जनवरी में कड़ाके की ठंड ने पूरे मौसमी समां को अपनी आगोश में जकड़ लिया था। ऐसे में इस बार कुंभ से पहले जोरदार तरीके से जाड़ा पड़ने की पूरी उम्मीद की जा रही है।

जाड़े के साथ पाला भी देगा दस्तक
जानकारों का कहना है कि पहाड़ से मैदान की ओर बहने वाली बर्फीली हवाओं के कारण गलन और ठिठुरन अचानक बढ़ गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दिन में अभी भी खिली धूप निकल रही है। जिससे समूचे उत्तर भारत में ठंड के साथ घना कोहरा अगले कुछ दिनो में अचानक से छा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि गंगा के मैदान में ठंडी हवाओं का डेरा हो चुका है। 2013 के कुंभ से पहले ऐसे ही हालात तेजी से बदले थे। तब कुंभ के स्नान पर्वो के आसपास सूरज के दर्शन तक कई कई दिनो तक दुर्लभ हो गए थे।

इस बार अच्छी बरसात हुई थी। ऐसे में हवा और मिट्टी में पहले से नमी बरकरार है। ऐसे में अच्छी खासी ठंडक की उम्मीद पहले से ही की जा रही थी।

-प्रो। एआर सिद्दीकी, ज्योग्राफी डिपार्टमेंट इलाहाबाद यूनिवर्सिटी

-खिली धूप के बाद भी बढ़ा गलन का एहसास

दस दिनों का हाल

दिन मिनि। मैक्स।

23 दिसम्बर- 5.6, 22.7

22 दिसम्बर- 6.2, 22.3

21 दिसम्बर- 10.3, 22.7

20 दिसम्बर- 12.4, 22.7

19 दिसम्बर- 9.5, 23.0

18 दिसम्बर- 13.1, 24.2

17 दिसम्बर- 7.3, 20.8

16 दिसम्बर- 7.5, 23.1

15 दिसम्बर- 13.2, 23.9

14 दिसम्बर- 10.6, 24.5