- शहर में 2400 प्रीपेड कनेक्शन, अब तक लॉन्च नहीं हो सका लिबर्टी एप

- मोहद्दीपुर और टाउनहॉल में बने काउंटर्स पर भी नहीं हो पा रहा रिचार्ज

GORAKHPUR: बिजली चोरी और फॉल्स बिलिंग रोकने के मकसद से शुरू हुई प्रीपेड मीटर की कवायद उल्टा कस्टमर्स का सिरदर्द बन गई है। न तो मीटर रिचार्ज के लिए लिबर्टी एप ही अब तक लॉन्च हो सका है और न ही राप्तीनगर और बक्शीपुर में इसके लिए बने काउंटर्स पर ही आसानी से रिचार्ज हो पा रहा है। शहर में करीब 2400 कंज्यूमर्स प्रीपेड मीटर का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनके घरों में रिचार्ज न हो पाने के चलते अंधेरा हो जा रहा है। जबकि बिजली विभाग का दावा था कि प्रीपेड मीटर रिचार्ज के लिए एक दिसंबर को लिबर्टी एप लॉन्च कर दिया जाएगा जिससे घर बैठे ही मोबाइल के जरिए रिचार्ज किया जा सकेगा। एप तो लॉन्च हो नहीं पाया, वहीं, दो जगह बनाए गए काउंटर्स पर भी कभी कर्मचारियों की उदासीनता तो कभी सर्वर की खराबी के चलते प्रीपेड मीटर कंज्यूमर्स हलकान हो जा रहे हैं।

लापता कर्मचारी, कैसे हो रिचार्ज

जोरशोर से प्रीपेड बिजली मीटर को प्रमोट करने वाले बिजली विभाग के जिम्मेदारों का दावा था कि प्रीपेड मीटर की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर दूर करने और रिचार्ज के लिए लिबर्टी एप एक दिसंबर को लॉन्च की जाएगी। लेकिन एप लॉन्च होना तो दूर, कंज्यूमर्स रिचार्ज के लिए बिजली ऑफिस भी पहुंच रहे तो कभी कर्मचारी नहीं मिल रहे तो कभी अधिकारी। इस संबंध में कर्मचारियों से बात की जाती है तो उनका कहना होता है कि मीटर रीडिंग और बिलिंग का कार्य चल रहा है इसलिए सभी क्षेत्र में हैं। वहीं, प्रीपेड मीटर लगा रही कंपनी सेक्योर के जिम्मेदार भी एप लॉन्च पर चुप्पी साधे हुए हैं।

परेशानी से जुझ रहे कंज्यूमर्स

शहर के गोलघर, तारामंडल आदि कई इलाकों में करीब 2400 कंज्यूमर्स ने प्रीपेड कनेक्शन लिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा एएसएमपी मीटर औ वाई सीरिज के मीटर लगाए गए हैं। ये कंज्यूमर्स कई बार मीटर रिचार्ज, मीटर बदलने और गलत बिलिंग की समस्या के बारे में बिजली विभाग को बता चुके हैं लेकिन परशानियां दूर ही नहीं हो पा रही हैं। जहां रिचार्ज न हो पाने के चलते कई लोगों के घर की बिजली गुल हो जा ही है। वहीं, तमाम ऐसे कंज्यूमर्स मीटर में आ ही गड़बडि़यों से परेशान हैं।

बॉक्स

क्या कर्मचारी ही नहीं चाहते लगें प्रीपेड मीटर

बता दें, प्रीपेड मीटर की सुविधा शुरू करने के पीछे जिम्मेदारों की मंशा बिजली चोरी के साथ ही फॉल्स बिलिंग की बढ़ती शिकायतों पर अंकुश लगाने की थी। लेकिन हैरानी है कि गोरखपुर बिजली विभाग से जुड़े जिम्मेदार इस कवायद को लेकर गंभीर ही नहीं हो रहे हैं। हाल ये है कि पहले प्रीपेड मीटर के प्रचार-प्रसार में ढिलाई बरतने वाले कर्मचारी अब इससे जुड़े कामों के प्रति उदासीन बने हुए हैं।

फैक्ट फिगर

प्रीपेड बिजली कनेक्शन-2400

एएसएमपी मीटर - 1600

वाई सीरिज मीटर - 800

कोट्स

सुविधा के लिए प्रीपेड मीटर लगवाया लेकिन रिचार्ज कराने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। चार माह के लिए रिचार्ज करवाया था। रिचार्ज खत्म होने के बाद जब बिजली काउंटर पहुंचा तो बिजली कर्मचारी नहीं मिले। बड़ी दुश्वारियों के बाद रिचार्ज हो सका। अगर एप लॉन्च हो जाता तो दिक्कत नहीं होती।

- जितेंद्र कुमार गुप्ता, प्रोफेशनल

छह माह हो गए प्रीपेड कनेक्शन लिए हुए। बिजली विभाग की यह व्यवस्था तो अच्छी है लेकिन रिचार्ज कराने में दिक्कत होती है। एप लॉन्च करने की बात की गई थी लेकिन अभी तक नहीं हो पाया है। एप लॉन्च हो जाता तो बिजली ऑफिस का चक्कर नहीं लगाना पड़ता।

- सुनील वर्मा, प्रोफेशनल

वर्जन

प्रीपेड मीटर रिचार्ज करने के लिए लिबर्टी एप इसी महीने लॉन्च हो जाएगा। इस संबंध में कंपनी के जिम्मेदारों से बात कर ली गई है। जल्द ही कंज्यूमर्स की समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

- एके सिंह, अधीक्षण अभियंता, शहर