- सात विधान सभा क्षेत्रों में 1177 मतदान केंद्र और 2335 बूथ

- हर बूथ पर दो सशस्त्र पुलिस कर्मी रहेंगे मौजूद, होगी सुरक्षा

- 19 जोन और 194 सेक्टर में विभाजित होगा लोकसभा एरिया

- क्यूआरटी व मोबाइल टीमें एरिया में लगातार करती रहेंगी गश्त

- ब्रीफिंग के दौरान जो पुलिस कर्मी नहीं पहुंचे उनको दी हिदायत

Meerut: चुनावी महासंग्राम के पहले दौर की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। पुलिस फोर्स को उनकी ड्यूटी बता दी गई है। पुलिस लाइन में चुनाव अधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने दूसरे जनपदों से आए पुलिस कर्मियों को मोटिवेट किया। साथ ही गैर मौजूद रहने वाले पुलिस कर्मियों को हिदायत दी गई। इस दौरान संवेदनशील मतदान केंद्रों पर कड़ी नजर रखने और किसी भी आशंका के चलते तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

अफसर रहे मौजूद

चुनाव के दौरान ब्रीफिंग में आईजी आलोक शर्मा, डीआईजी के। सत्यनारायण, एसएसपी ओंकार और चुनाव अधिकारी सहित जिले के एसपी व डीएसपी मौजूद रहे। इस दौरान आईजी ने गैर जनपद से आए पुलिस कर्मियों के बारे में जानकारी ली तो मौजूदगी बहुत कम नजर आए। इसके साथ ही उन्होंने गैर मौजूद इन पुलिस कर्मियों को दंडित करने को कहा। बताया गया सात जनपदों से मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट के लिए पुलिस फोर्स बुलाई गई है। साथ ही फ्ख् कंपनिया पीएसी व पैरा मिलेट्री फोर्स मेरठ में है।

क्9 जोन, क्9ब् सेक्टर

मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट में आने वाले पांच विधान सभा एरिया और मुजफ्फरनगर, बागपत व बिजनौर में आने वाली तीन विधान सभा सीटों को मिलाकर कुल आठ विधान सभा एरिया मेरठ से कमांड होंगीं। धौलाना के दस मतदान केंद्र सहित क्777 मतदान केंद्र हैं। जहां ख्फ्फ्भ् बूथ हैं। चुनाव के दौरान इनको क्9 जोन और क्9ब् सेक्टर में बाटा गया है। जिसमें क्9ब् सेक्टर पुलिस मोबाइल और इतनी ही सेक्टर मजिस्ट्रेट मोबाइल होंगी। ख्क् फ्लाइंग स्क्वायड, भ्भ् पिकेट ड्यूटी, ख्7 एसएसटी (स्टेशन सर्विलांस टीम ), भ्ब् क्यूआरटी टीमें (ख्7 पुलिस और ख्7 सीपीएमएफ) और क्9 जोनल मजिस्ट्रेट मोबाइल होंगी।

यहां होगी खास व्यवस्था

क्777 मतदान केंद्रों में से ब्क्म् मतदान केंद्र अति संवेदनशील हैं। जहां प्रत्येक बूथ पर दो सशस्त्र पुलिस कर्मियों के साथ आधा सेक्शन सीपीएमएफ (सेंट्रल पैरा मिलेट्री फोर्स) मौजूद होगी। एक सेक्टर मोबाइल के साथ पांच पुलिस कर्मियों की ड्यूटी होगी। साथ ही जोनल मोबाइल के साथ दो पुलिस कर्मी मौजूद रहेंगे। इसके साथ क्यूआरटी टीम के साथ सिविल पुलिस और पैरा मिलेट्री फोर्स मौजूद होगी। ख्7 थाना क्षेत्रों में प्रत्येक थाना एरिया को दो मोबाइल टीमें दी गई हैं। जिनको हर दस मिनट में आवागमन करना होगा।

सात जनपदों से आई फोर्स

चुनाव के दौरान सात जनपदों से पुलिस फोर्स मंगाई गई है। जिसमें ख्म्8 सब इंस्पेक्टर, ख्ब्9 है कांस्टेबल, ख्म्ख्9 कांस्टेबल और भ्ब्क्ख् होम गार्ड शामिल हैं। बाहर से कुल मिलाकर फ्ख् कंपनी पीएसी व सीपीएमएफ बुलाई गई है। जिनमें ख्880 कर्मी हैं। सात सुपर जोन टीमें गठित की गई हैं। जिसमें चार एएसपी और तीन डीएसपी होंगे। सीपीएमएफ का इस्तेमाल अधिकतर ऐसे मतदान केंद्रों पर होगा जो संवेदनशील हैं। जहां बूथ कैपचरिंग, साइलेंट बूथ कैपचरिंग या फिर डरा धमकाकर वोट डालने के लिए मजबूर करना, वोटर को बाहर नहीं निकलने देने की घटनाएं होती हैं।

ये होगी व्यवस्था

जोनल टीम - जोनल अधिकारी और दो पुलिस कर्मी

सेक्टर टीम - सेक्टर अधिकारी और पांच पुलिस कर्मी

क्यूआरटी क्- एक एसआई, तीन कांस्टेबल और चार होमगार्ड

क्यूआरटी ख्- एक कांस्टेबल आधा सेक्शन सीपीएमएफ

एसएसटी - एक एसआई और तीन कांस्टेबल

एक बूथ - दो सशस्त्र पुलिस कर्मी

संवेदशील बूथ - दो पुलिस कर्मी व आधा सेक्शन सीएपीएमफ

फ्लाइंग स्क्वायड - एक एसआई व तीन कांस्टेबल

मोबाइल टीम - एक मोबाइल पर पांच पुलिस कर्मी