छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लौहनगरी में मां जगधात्री पूजा की तैयारी अब अंतिम चरण में है। आज मां जगधात्री की प्रतिमा को पंडालों में स्थापित करने के बाद शनिवार को मां की त्रिकाल पूजा की जाएगी। शहर में पूजा को लेकर आयोजन समितियां जोर-शोर से तैयारी में जुटी हुई है।

पंडाल का शुभारंभ आज

गोलमुरी स्थित न्यू बंगाल कॉलोनी में श्री श्री जगधात्री पूजा कमेटी की ओर से जगधात्री पूजा की आयोजन किया जाता है। पूजा को लेकर कमेटी ने सारी तैयारी पूरी कर ली है। शुक्रवार की सुबह सात बजे से पंडाल का शुभारंभ किया जाएगा। इसके बाद गीत संगीत का प्रोग्राम होगा। शनिवार को सुबह सात बजे से मां की त्रिकाल पूजा की जाएगी जिसमें कॉलोनी लोग उपस्थित रहेंगे। संध्या सात बजे से बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

प्रतिमा की स्थापना आज

टेल्को रिक्रिएशन क्लब के पास न्यू शास्त्री क्लब के तत्वावधान में 37 सालों से जगधात्री पूजा का आयोजन किया जाता है। कमेटी के कार्यकर्ता शिवा महाराणा ने बताया कि स्थानीय लोगो के सहयोग से पंडाल का निर्माण कराया जाता है। शुक्रवार को पंडाल में जगधात्री मां की स्थापना की जाएगी। शनिवार को मां की त्रिकाल पूजा की जाएगी। अष्टमी के पूजा के बाद भोग वितरण किया जाएगा। संध्या में बच्चो के लिए डांस और गाना प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। रविवार को पूरे सम्मान के साथ मां का विर्सजन किया जाएगा।

होंगे रंगारंग कार्यक्रम

बिष्टुपुर स्थित एम रोड में उद्यान संघ की ओर से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जगधात्री पूजा का आयोजन किया गया है। आज मां की स्थापना की जाएगी और शनिवार को प्रात: आठ बजे से पूजा शुरू की जाएगी जो कि संध्या पांच बजे तक चलेगी। इसके बाद सात बजे से रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों समेत महिलाएं भी हिस्सा लेंगी।

46 साल से हो रही पूजा

शहर में जगधात्री पूजा के सबसे बड़े आयोजक एग्रिको सिग्नल स्थित जगधात्री पूजा कमेटी इस साल 46वां जगधात्री पूजा का आयोजन कर रही है। आज संध्या सात बजे पंडाल का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रुप में माननीय मुख्य मंत्री रघुवर दास द्वारा किया जाएगा। विशिष्ठ अतिथि के रुप में मेसर्स तारापोर एंड कंपनी के एमडी बेली बोधनवाला उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन से पहले मिस श्वेता एंड ग्रुप की ओर से गाने का प्रोग्राम पेश किया जाएगा। शनिवार को सुबह आठ बजे से पूजा का आयोजन किया गया है। दोपहर तीन बजे कला प्रतियोगिता होगी, संध्या सात बजे आरती की जाएगी। इसके बाद भोग का वितरण किया जाएगा। रविवार की शाम सात बजे से पुरस्कार वितरण होगा।