फैक्ट फाइल

10 मार्च को खत्म हुई थी परीक्षा

15 मार्च से शुरू हुआ मूल्यांकन

5 करोड़ से अधिक कॉपियां जांची गई

-उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य पूरा होने के बाद शुरू हुई तैयारीे

-अप्रैल में रिजल्ट देकर रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में यूपी बोर्ड

ALLAHABAD: फरवरी के पहले ही सप्ताह में बोर्ड परीक्षा की शुरुआत करने वाला यूपी बोर्ड एक बार फिर से रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है। बोर्ड की तरफ से अप्रैल के आखिर तक बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट देने की तैयारी शुरू हो गई है। बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य पूरा होने के बाद बोर्ड के अधिकारी रिजल्ट बनाने की तैयारी में जुट गए। ताकि किसी भी स्थिति में 20 अप्रैल के बाद रिजल्ट जारी किया जा सके। इस बारे में बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि समय से परीक्षा समाप्त होने के बाद मूल्यांकन कार्य भी पूरा हो चुका है। ऐसे में रिजल्ट को अप्रैल में जारी करके बोर्ड नया कीर्तिमान बनाने की तैयारी में है।

5 करोड़ से अधिक कॉपियों का मूल्यांकन

यूपी बोर्ड की परीक्षा की शुरुआत इस बार 6 फरवरी से हुई थी। हाईस्कूल की परीक्षा फरवरी माह में ही समाप्त हो गई। जबकि इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा 10 मार्च को खत्म हुई। उसके बाद 15 मार्च से बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन का कार्य शुरू हुआ। इस दौरान परीक्षकों पर इस बार 5 करोड़ से अधिक कापियों के मूल्यांकन का कार्य पूरा किया जाना था। जिसे परीक्षकों द्वारा पूरा किया गया। इसके बाद बोर्ड रिजल्ट की तैयारी में जुट गया। वहीं अप्रैल में रिजल्ट जारी करने को लेकर बोर्ड की तैयारियों के पीछे सबसे बड़ा कारण बोर्ड के डायरेक्टर का अप्रैल में रिटायर होना है। इसी को देखते हुए बोर्ड के अधिकारी रिजल्ट को शीघ्र जारी करने में जुटे हुए है।

मूल्यांकन कार्य पूरा होने के साथ ही रिजल्ट की तैयारी शुरू हो गई। उम्मीद है कि अप्रैल के आखिर तक किसी भी परिस्थिति में रिजल्ट जारी हो जाएगा।

नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड