-30 एमएलडी का बनना है एसटीपी, 223 करोड़ की आएगी लागत, 15 अक्टूबर को कार्य शुरू करेगी कंपनी

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KANPUR : शहर में गंगा के अलावा एक नदी और भी है जो बहुत प्रदूषित है। गंगा की सहायक नदियों में से एक पांडु नदी में रोजाना 10 करोड़ लीटर से ज्यादा सीवेज जा रहा है। सरकार ने इसको भी निर्मल बनाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। 223 करोड़ की लागत से पनका में 30 एमएलडी के एसटीपी का निर्माण किया जाएगा। जिससे पांडु नदी में गिरने वाले सभी नालों को टैप किया जाएगा।

15 अक्टूबर को वर्क ऑर्डर

पनका में एसटीपी निर्माण के लिए मुंबई की कंपनी शाहपुर पॉलोनजी गु्रप को टेंडर मिला है। 15 अक्टूबर को शासन स्तर से कंपनी को वर्कऑर्डर जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद कंपनी अपना निर्माण कार्य शुरू कर देगी। 2020 तक निर्माण कार्य को पूरा किया जाना है। बता दें कि पांडु नदी में पनकी, गंगागंज, जवाहरपुरम, मेहरबान सिंह का पुरवा आदि क्षेत्रों का सीवेज बड़ी मात्रा में पांडु नदी में गिरता है।

गंगा जैसी हो गई स्थिति

पांडु नदी की स्थिति भी पिछले कई सालों से गंगा नदी जैसी हो गई है। पानी में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से कई बार मछलियां मर चुकी है। लेकिन सरकारों ने इसकी निर्मलता को लेकर कोई खास कदम कभी नहीं उठाया। पांडु नदी फर्रुखाबाद से 120 किमी। का सफर पूरा करते हुए 5 जिलों से गुजरते हुए फतेहपुर में गंगा में मिलकर अपना अस्तित्व समाप्त कर देती है। गंगा को स्वच्छ करने के लिए पांडु नदी को निर्मल करना बेहद आवश्यक है।

इंडस्ट्री वेस्ट सबसे ज्यादा

दक्षिण क्षेत्र से निकलते हुए पांडु नदी में सबसे ज्यादा इंडस्ट्री वेस्ट प्रवाहित किया जाता रहा है। हाल ही में उ.प्र। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने पनकी और दादानगर की कई फैक्ट्रियों पर पांडु नदी में जल प्रदूषण बढ़ाने पर 1 लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया है। रोजाना पांडु नदी में लगभग 2 करोड़ लीटर तक इंडस्ट्री वेस्ट जा रहा है। यही नहीं शहर का सीवर भी रोजाना 8 करोड़ लीटर से ज्यादा पांडु नदी में गिर रहा है।

रौद्र रूप दिखाया था

हाल ही में कानपुर में आई बाढ़ में पांडु नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाया था और मेहरबान पुरवा सहित दक्षिण के रतनलाल नगर तक बाढ़ का पानी आ गया था। हजारों लोगों को घर छोड़कर भागना पड़ा था।

शहर में एसटीपी: एक नजर

जाजमऊ

5 एमएलडी

36 एमएलडी

120 एमएलडी

बिनगवां- 210 एमएलडी

सजारी-42 एमएलडी

बनियापुर-14 एमएलडी (कार्य लगभग पूरा)

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प्रस्तािवत एसटीपी

बिनगवां- 30 एमएलडी

पनका-80 एमएलडी

शताब्दी नगर-12.5 एमएलडी

जवाहरपुरम-12.5 एमएलडी

रतनपुर-25 एमएलडी

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पांडु नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए पनका में एसटीपी का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए टेंडर किए जा चुके हैं। 15 अक्टूबर तक वर्क ऑर्डर शासन स्तर से होने के बाद पूरी प्रक्रिया तेजी से पूरी कर ली जाएगी।

-आरके अग्रवाल, जीएम, जल निगम।