Meerut। सोमवार को सारे उपद्रव में पुलिस-प्रशासन की नाकामी साफ नजर आई। पहले से ऐलान के बावजूद हंगामा करने वालों से निपटने की कोई रणनीति नहीं बनाई गई, जिस कारण शहर को हिंसा की आग में जलना पड़ा।

क्यों नहीं चेते

दलित समाज ने पिछले एक हफ्ते से भारत बंद का ऐलान कर रखा था। लगातार सोशल मीडिया पर भारत बंद का ऐलान किया जा रहा था। एक दिन पहले सपा नेता विपिन मनोठिया ने ऐलान भी किया था कि वह सोमवार को एससी एक्ट में बदलाव को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले उन्होंने सौ लोगों के साथ बेगमपुल पर जाम लगाते हुए नारेबाजी भी की थी। इसके बाद भी पुलिस प्रशासन नहीं चेता, बंद को लेकर कोई तैयारी नहीं की। जिसके चलते उपद्रवी हावी हो गए।

क्राइम ब्रांच लगाई

उपद्रवियों के सामने पुलिस बल फेल हो गया था। आरएएफ व पीएसी ने आकर उपद्रवियों पर जमकर लाठी चार्ज किया। इसके बाद भीड़ अपनी जान बचाकर भागी। उधर, शहर में बदमाशों को पकड़ने वाली क्राइम ब्रांच की टीम को भी उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए लगाया गया। बिना वर्दी के उन्होंने बेगमपुल पर कई उपद्रवियों को दबोच लिया।

कहां गई दंगा नियंत्रण टीम

एसएसपी ने शहर में दंगा नियंत्रण करने के लिए एक टीम बना रखी है। सोमवार को शहर उपद्रवियों के हवाले रहा। लेकिन एसएसपी की दंगा नियंत्रण टीम नजर नहीं आई।