बीजेपी-कांग्रेस के बीच गंभीर आरोप लगाने की प्रतिस्पर्धा

-पूर्व सीएम विजय बहुगुणा पर कांग्रेस के तीखे हमले

-अजय भट्ट ने हरीश रावत के धरने पर उठाए सवाल

DEHRADUN: चुनाव आचार संहिता का मामला निर्णायक मोड़ पर है। किसी भी पल राज्य चुनाव आचार संहिता में आ जाएगा। इन स्थितियों के बीच, राजनीतिक दलों ने कायदे से दो-दो हाथ करने की तैयारी कर ली है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर जमकर बरसने लगे हैं। गंभीर आरोप और तीखे हमले तेज हो गए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस हो या बयान जारी करना, कोई पीछे नहीं है। मंशा ये ही है कि जुबानी हमले से अपने विरोधियों को हतोत्साहित कर दिया जाए।

बहुगुणा पर कांग्रेस का सीधा हमला

सीएम के मीडिया सलाहकार सुरेंद्र कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूर्व सीएम विजय बहुगुणा को सीधे टारगेट किया। उन्होंने सवाल किया कि बहुगुणा के परिजनों से जुड़ी हुई कंपनियों में उनके सीएम बनते ही ख्भ्0 मिलियन पौंड धन कहां से आया। ख्0क्क् तक जिस कंपनी का टर्न ओवर सिर्फ भ्0 हजार पौंड था, वह कैसे ख्भ्0 मिलियन पौंड पर पहुंच गया।

धरना न दें, संन्यास लें रावत: बीजेपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सीएम हरीश रावत को निशाने पर लिया है। भट्ट ने कहा है कि वह धरना न दें, बल्कि राजनीति से संन्यास लें लें, क्योंकि जितनी भी समस्याएं आज उठ रही हैं, उसके मूल में हरीश रावत और उनकी पार्टी कांग्रेस खुद हैं। उन्होंने कहा कि ईको सेंसटिव जोन की अधिसूचना यूपीए के जमाने में ही हुई। आईडीपीएल, एचएमटी भी यूपीए के जमाने में बंद हुए हैं।

बीजेपी का स्टेट हेडक्वार्टर तमाम अवैधानिक गतिविधियों का अड्डा बन गया है। प्रदेश कार्यालय में हुए ख्7 लाख की चोरी के मामले से पूर्व में ही साबित हो चुका है कि पार्टी के घर में ही स्थिति सही नहीं है।

-सुरेंद्र कुमार, मीडिया सलाहकार, सीएम।

-हरीश रावत राजनीतिक बाजीगर हैं। क्या करते हैं, क्या कहते हैं, कुछ पता नहीं। अब वह प्रदेशवासियों को ज्यादा दिन तक बरगला नहीं सकते। उनकी हकीकत सबके सामने आ चुकी है। हरीश राज में माफिया के हौसले बुलंद हुए हैं।

-अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी।