- 100 सालों से शिवरात्रि पर अनवरत आयोजित होते रहे हैं धार्मिक कार्यक्रम

-सदियों से लोगों में आस्था, श्रद्धा और विश्वास का केंद्र रहा है मंदिर

UNNAO: सदियों से क्षेत्र के लोगों में आस्था, श्रद्धा व विश्वास का केंद्र बने कस्बा बीघापुर स्थित बाबा गोदौलेश्वर महादेव मंदिर में वर्ष क्9क्ब् से अनवरत शिवरात्रि पर धार्मिक कार्यक्रम व शोभायात्रा परंपरागत तरीके से आयोजित हो रहे हैं। इन्हें सफल बनाने के लिए आयोजन समिति ने सोमवार को तैयारियों को अंतिम रूप दिया।

कोई नहीं कर सका प्रथम पूजा

इस शिव मंदिर में स्थापित शिव ¨लग के संबंध में यहां के निवासी बताते हैं कि प्रात: काल जब सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो इसका रंग हल्का गुलाबी होता है। दोपहर में हल्का सफेद और सायंकाल में सांवला हो जाता है। मंदिर में नित्य प्रति दर्शन करने के बाद ही अपनी दिनचर्या शुरू करने वाले भक्तजन कहते हैं कि इस शिव¨लग की प्रथम पूजा आज तक कोई नहीं कर सका। इसके लिए लोगों ने यहां रात में जागरण कर डेरा भी जमाया पर सफल नहीं हुए। सुबह शिव ¨लग पूजित ही मिला।

कई चमत्कारिक घटनाएं जुड़ी हैं

बताया जाता है कि जब नगरों की स्थापना हो रही थी उस समय यह शिव ¨लग गोदावरी नामक तालाब में खुदाई के दौरान पाया गया था। वहीं पर मंदिर की स्थापना हुई। इस मंदिर से जुड़ी अनेक चमत्कारिक घटनाएं कस्बा वासी बड़ी आस्था के साथ सुनाते हैं। यहां दूर-दूर से लोग अपनी मन्नतें मानने आतें हैं, और वो सारी मुरादें पूरी भी होती हैं। पूर्व सांसद ब्रजेश पाठक, विधायक कुलदीप सेंगर व नगर पंचायत अध्यक्ष उमानाथ लाला ने मिलकर लगभग भ्0 लाख की धनराशी व्यय कर मंदिर परिसर को विकसित और सुंदर बनाने का प्रयास किया है।