पेशवाई का वैभव दिखाने को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद बनाएगा वेबसाइट

ALLAHABAD: संगम की रेती पर लगने वाला कुंभ मेला हो या नासिक व हरिद्वार का कुंभ मेला हर जगह पर मेला शुरू होने से पहले लाखों संत-महात्माओं की अगुवाई में पेशवाई निकाली जाती है। जिसका वैभव देखने के लिए जनमानस पेशवाई मार्गो पर खड़ा रहता है। लेकिन अगले वर्ष आयोजित होने जा रहे मेला से पहले निकलने वाली पेशवाई को देश-दुनिया में कही पर भी आसानी से देखा जा सकता है। इसकी भव्यता का एहसास कराने के लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से एक वेबसाइट बनाए जाने का निर्णय लिया गया है।

छह शहरों में किया गया संपर्क

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की ओर से मई के अंतिम सप्ताह में परिषद पदाधिकारियों की सहमति से वेबसाइट बनाने का फैसला हुआ था। इसके लिए परिषद पदाधिकारियों ने दिल्ली, नोएडा, बंगलौर, हरिद्वार व गोरखपुर की छह कंपनियों से बातचीत भी कर लिया है। इतना ही नहीं वेबसाइट को आकर्षक और आसानी से हर किसी को पेशवाई दिखाने के लिए कंपनियों से सुझाव भी लिया गया है।

परिषद की बैठक में लगेगी मुहर

अखाड़ा परिषद की बैठक जुलाई महीने में बुलाई जाएगी। जिसमें वेबसाइट को कौन सा नाम दिया जाए उस पर संत-महात्मा अपनी मुहर लगाएंगे। हालांकि बैठक किस तारीख को बुलाई जाएगी इसका निर्णय बाद में लिया जाएगा। इसकी बड़ी वजह यही है कि वर्तमान समय में परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की अगुवाई में संतों का प्रतिनिधिमंडल देश के विभिन्न प्रांतों में कुंभ की महत्ता का प्रसार-प्रचार करने के लिए गया हुआ है।

क्या रहेगी खासियत

-अखाड़ों की पेशवाई की बनाई जाने वाली वेबसाइट पर दशकों पुरानी तस्वीरें और पेशवाई का इतिहास व उसका वीडियो अपलोड किया जाएगा।

-कुंभ मेला से पहले किस अखाड़े की पेशवाई किस तारीख को निकाली जाएगी उसका भी विवरण वेबसाइट पर दिखाया जाएगा।

-पेशवाई के लिए किन-किन राज्यों से हाथी, घोड़ा, ऊंट व बैंड बाजा आएगा उसकी भी विस्तार से जानकारी अपलोड कराने की योजना बनाई गई है।

अखाड़ों की पेश वाई के महत्व को देश दुनिया के अधिक से अधिक लोग जानें और समझ सकें कि पेश वाई में क्या-क्या होता है। इसके लिए वेबसाइट बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। इसके नाम पर अंतिम मुहर परिषद की बैठक में लगाई जाएगी।

महंत नरेन्द्र गिरि, अध्यक्ष अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद