सां5ार में की सहजन की फली की मांग, कैटरर्स ने 2ाोज कर निकाला

सुबह के नाश्ते में साउथ इंडियन डिश का लिया स्वाद

ALLAHABAD: साउथ इंडियन सां5ार में सहजन की फली 2ाना राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पसंद है। शनिवार सुबह नाश्ते में उन्होंने इसकी मांग की तो कैटरर्स के पसीने छूट गए। आनन-फानन में शहर में तलाश कर फली उपल4ध कराई गई। उन्होंने नाश्ते में साउथ इंडियन डिशेज की मांग की थी। वहीं, सीएम ग्रीन टी लेकर ल2ानऊ के लिए रवाना हुए।

सुबह सात बजे उठे महामहिम

शनिवार सुबह संगम रवाना होने के लिए राष्ट्रपति सुबह सात बजे सोकर उठे। इसके बाद उन्होंने केवल गुनगुना दूध पिया और संगम पूजन सहित लेटे हनुमान का दर्शन करने निकल गए। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह चार बजे उठ गए, लेकिन उन्होंने कुछ 5ाी नहीं 2ाया। संगम से लौटने के बाद राष्ट्रपति ने साउथ इंडियन में उत्तपम, इडली, बड़ा, सां5ार सहित स्प्राउट्स का सेवन किया। इसमें सेब, पपीता और केला शामिल रहे।

एलबम 5ोंट कर किया विदा

इसके पहले राष्ट्रपति की मनपसंद सहजन की फली को ढूंढने में काफी टाइम लगा। बता दें कि कैटरिंग का काम वाराणसी के मिलन कैटरर्स को दिया गया है। वहीं हाइकोर्ट में कार्यक्रम के बाद हाईटी में राष्ट्रपति, उनकी पत्नी सविता कोविंद व राज्यपाल रामनाइक ने ग्रीन टी के साथ वाराणसी फूड लिया। इसमें चूड़ा, कचौड़ी, स4जी आदि शामिल थे। सीएम केवल ग्रीन टी पीकर ल2ानऊ के लिए रवाना हुए। एयरपोर्ट पर विदा होते समय हाईकोर्ट की ओर से दो दिन प्रवास के दौरान 2ाींची गई तस्वीरों का एलबम राष्ट्रपति, राज्यपाल व सीएम को 5ोंट किया गया।

प्रयाग के आतिथ्य को सराहा

सर्किट हाउस छोड़ने से पहले राष्ट्रपति ने विजिटर बुक पर प्रयाग के आतिथ्य को सराहा। वह कमरा नंबर एक त्रिवेणी में अपनी पत्नी के साथ ठहरे हुए थे। इसी कमरे में पिछले 5ाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल होने आए पीएम नरेंद्र मोदी 5ाी रुके थे। स्टाफ ने बताया कि महामहिम की पसंद को दे2ाते हुए कमरे को एकदम साधारण लुक दिया गया था। कमरे की दीवार पर केवल उप्र सरकार द्वारा जारी कुं5ा के लोगों की तस्वीर लगाई गई थीं। उनके बेटे प्रशांत कोविंद सर्किट हाउस के रूम नंबर सात में ठहरे हुए थे।

विजिटर बुक पर यह लि2ा

अध्यात्म, शिक्षा, राजनीति और न्याय के क्षेत्रों में अपना अप्रतिम योगदान देने वाले इलाहाबाद शहर में आकर मुझे प्रसन्नता का अनु5ाव हुआ है। यहां का आतिथ्य सराहनीय है।

रामनाथ कोविंद, राष्ट्रपति 5ारत