देश के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद, केआर नारायण, ज्ञानी जैल सिंह व शंकर दयाल शर्मा के विशिष्ट 1लब में शामिल हुए रामनाथ कोविंद

पत्नी संग राष्ट्रपति ने किया पूजन-अर्चन, मौजूद रहे गवर्नर रामनाइक व सीएम योगी आदित्यनाथ

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ALLAHABAD: संगम की रेती पर शनिवार का नजारा दे2ाने लायक रहा। पवनसुत के दरबार में तीन दशक के बाद पहली बार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व उनकी पत्नी सविता कोविंद पहुंचीं तो उन्हें उस विशिष्ट 1लब में शामिल होने का अवसर मिला जिसमें देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद, केआर नारायण, ज्ञानी जैल सिंह व शंकर दयाल शर्मा जैसी श2िसयतों का नाम जुड़ा हुआ है। 1987 में पूर्व देश के पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने हनुमान जी मंदिर में आए थे और पूजन-अर्चन कर आरती उतारी थी।

प्रसाद में मिली माला

राष्ट्रपति श्री कोविंद, उनकी पत्नी सविता कोविंद, गवर्नर रामनाइक, सीएम योगी आदित्यनाथ व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के साथ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सुबह 8.35 बजे मंदिर परिसर में पहुंचे। यहां अ2िाल 5ारतीय अ2ाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि व आनंद गिरि की अगुवाई में स5ाी ने पवनसुत की आरती उतारी और पूजन-अर्चन किया। पूजन के बाद श्री कोविंद ने नरेन्द्र गिरि से मंदिर का इतिहास व उसकी परंपरा के बारे में जानकारी ली। स5ाी विशिष्टजन 15 मिनट तक परिसर में रहे। वापस जाने से पहले महंत नरेन्द्र गिरि ने स5ाी अतिथियों को प्रसाद के रूप में रुद्राक्ष की माला, शॉल, ड्राइ फ्रूट व लड्डू प्रदान किया।

गंगा पूजन करने वाले दूसरे राष्ट्रपति

संगम नोज पर राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार पहुंचे श्री कोविंद ने गंगा पूजन किया। इसके पहले राष्ट्रपति बनने के बाद जब शंकर दयाल शर्मा इलाहाबाद पहुंचे थे तो उन्होंने 5ाी मां गंगा का पूजन कर उनकी आरती उतारी थी। त्रिवेणी तट पर गंगा पूजन करने वालों में पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायण 5ाी शामिल हैं। जबकि पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने तो एक माह तक कल्पवास 5ाी किया था।

पूजन में शामिल रहे कई मंत्री

त्रिवेणी आरती समिति के पुरोहितों व दस बटुकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार व शं2ा ध्वनि के द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व सीएम योगी आदित्यनाथ ने चांदी के बहुपात्रों से मां गंगा की आरती उतारी। पूजन में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, अ2िाल 5ारतीय अ2ाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि, कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, डॉ। रीता बहुगुणा जोशी, मेयर अ5िालाषा गुप्ता नंदी, डीएम सुहास एलवाई व एसएसपी आकाश कुलहरि सहित आला अधिकारी मौजूद रहे।

मंदिर के परिसर में तीन दशक के बाद देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी पत्नी के संग पूजन-अर्चन के लिए आए थे। मेरी जानकारी के मुताबिक वर्ष 1987 में शंकर दयाल शर्मा जी इलाहाबाद आए थे तो उन्होंने मंदिर में आकर हनुमान जी की आरती उतारी थी।

-आनंद गिरि, योग गुरु व छोटे महंत हनुमान जी मंदिर

डॉ1यूमेंट्री में संगम की जान ही नहीं है

न्रुरुन्॥न्क्चन्ष्ठ: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल रामनाइक, मु2यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अन्य अतिथि शनिवार की सुबह जब संगम पहुंचे तो वहां पर माघ मेला को लेकर तैयार कराई गई एक डॉ1यूमेंट्री फिल्म स5ाी अतिथियों को दि2ाई गई। लेकिन डॉ1यूमेंट्री में कई गड़बडि़यां थीं, जिसे मु2यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पकड़ा। डॉ1यूमेंट्री में चंद्रशे2ार आजाद पार्क का दृश्य था, लेकिन इसे कंपनी गार्डन के नाम से दर्शाया गया था। जिस पर सीएम ने कहा कि कंपनी बाग 1या है? इसे चंद्रशे2ार आजाद पार्क किया जाए। वहीं संगम के दृश्य में गंगा आरती का कहीं कोई दृश्य नहीं था। इस पर सीएम ने एडमिनिस्ट्रेशन को सुधार कराने का निर्देश दिया।

यहां तो एक साथ दो-दो राम

मु2यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही अपने संबोधन की शुरुआत की, पूरा पंडाल तालियों की तेज गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सीएम ने कहा कि यहां एक साथ दो-दो राम मौजूद हैं। बोले कि मान्यता है कि भगवान राम वनवास जाते हुए एवं वनवास से लौटते हुए भी प्रयागराज की धरती पर आए थे। आज महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द एवं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाइक के रूप में दो-दो राम इस पावन धरती पर एक साथ उपस्थित है। इसपर राष्ट्रपति और राज्यपाल दोनों ही मुस्कुरा दिए। इस मौके पर उप मु2यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी आदि 5ाी मौजूद रहे।

न्याय ग्राम के निर्माण को समयबद्ध रूप में पूरा कराने लिए निर्माण कार्यो की निरन्तर समीक्षा करते रहने की जरूरत है। हाईकोर्ट में जजों की सं2या इस समय 108 तक पहुंच गई है। जल्द इसे 160 तक पहुंचाया जाएगा।

-रामनाइक, गवर्नर

एक साल के अंदर 03 लाख 07 हजार वादों को लोक अदालतों के माध्यम से निस्तारित किया गया है। वहीं मध्यस्थता के माध्यम से भी कई हजार वादों को निस्तारित किया गया।

-दिलीप बाबा साहब भोंसले

चीफ जस्टिस, इलाहाबाद हाईकोर्ट

समय के साथ नई चुनौतियों और नए प्रकरणों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए न्यायाधीशों को प्रशिक्षित किया जाना आवश्यक हो जाता है। उन्होंने कहा कि ल6िबत वाद न्यायालयों के लिए एक चुनौती होती है।

-आरके अग्रवाल

जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट

सामाजिक परिवर्तन होने से नए प्रकरण एक चुनौतियों के रूप में सामने आते हैं। न्यायाधीशों को नई तकनीकों से अपने आप को अपटेड रखना चाहिए।

-अशोक भूषण

जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट

साकार होगा सिंघल युनिवर्सिटी का सपना

इलाहाबाद प्रवास के दौरान पहले दिन 15 दिस6बर को सर्किट हाउस में योग गुरु आनंद गिरि ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उन्होंने श्री कोविंद से हिन्दुत्व के पुरोधा अशोक सिंघल के नाम पर संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना किए जाने का अनुरोध किया। साथ ही मेले में अपना सब कुछ दान करने वाले सम्राट हर्षवर्धन के नाम पर 6यूजियम बनवाने की 5ाी मांग की। सर्किट हाउस में राष्ट्रपति के साथ योग गुरु की मुलाकात दस मिनट तक चली। श्री गिरि ने इलाहाबाद के धर्म व संस्कृति पर लि2िात पुस्तक स्वर्ग 5ाूमि प्रयाग राष्ट्रपति श्री कोविंद को 5ोंट की और उसमें शामिल विषयों का महत्व बताया।