-लगन में आंसू निकाल रहा है प्याज, थाली से गायब हो गया सलाद -मंडी में स्टाल पर बिक रहे टमाटर-प्याज घंटे भर में हो जा रहे हैं गायब varanasi@inext.co.in VARANASI आसमान छूते टमाटर-प्याज के दाम लगन में आयोजकों को खूब रुला रहे हैं। स्टाल लगाकर ख्भ् रुपये केजी टमाटर-प्याज बेचने की मंडी परिषद की पहल भी कुछ खास राहत नहीं पहुंचा पा रही है। स्टाल खुलते ही दो घंटे के भीतर टमाटर प्याज बिक जा रहा है। वहीं मार्केट में भ्0 से म्0 रुपये किलो टमाटर तो 70 से 80 रुपये प्रति किलो प्याज की बिक्री जारी है। यही वजह है कि थाली से सलाद गायब ही हो गया है तो वहीं होटल, रेस्टूरेंट में ऑर्डर पर मिलने वाले सलाद का रेट ख्0 से फ्0 रुपये कर दिया गया है। सब्जी मंडी के प्रमुख कारोबारी मानते हैं कि अभी भी रेट कम होने के आसार नहीं है। माल की आवक कम महाराष्ट्र, नासिक से बहुतायत में आने वाले प्याज की आवक अभी भी बहुत कम है। साल भर पहले क्0 से क्भ् ट्रक माल डेली आता था इस साल ऐसा नहीं है। महज पांच से छह ट्रक ही माल मंडी पहुंच रहा है। यही हाल छत्तीसगढ़, मिर्जापुर, सोनभद्र जिले से आने वाले टमाटर को लेकर है। कहीं से मंडी में माल पहुंच भी रहा है तो उसमें भी कालाबाजारी की जा रही है। पहडि़या मंडी में स्टाल जरूर लगाया गया है लेकिन उसका लाभ आम आदमी को नहीं मिल पा रहा है। जमकर हो रही कालाबाजारी पहडि़या मंडी परिषद में ख्भ् रुपये किलो में मिल रहे टमाटर-प्याज की कालाबाजारी इस तरह हो रही है कि अधिकारी जानते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहे। कुछ कारोबारी ख्भ् रुपये किलो में टमाटर-प्याज थोक में लेकर उसे महंगे दाम पर बेच रहे हैं। कारोबारियों का मानना है कि टमाटर के दाम बढ़ने के दो कारण हैं। एक तो पिछले साल टमाटर की फसल बहुत अच्छी हुई थी जिसकी वजह से बाजार में टमाटर की अधिकता हो गई। कई किसानों के माल खराब हो गए। यही कारण रहा कि किसानों ने इस साल टमाटर की खेती ही नहीं की। दूसरा कारण मौसम के चलते टमाटर की कुछ फसल खराब भी हुई है। जिससे दाम में उछाल है। एक नजर मंडी में भाव क्ब्00-क्भ्00 प्रति मन प्याज 700-800 प्रति कैरेट टमाटर क्ब्00-क्भ्00 रुपये प्रति क्विंटल नया आलू क्000-क्क्00 रुपये प्रति क्विंटल पुराना आलू बाजार भाव -भ्0 से भ्भ् रुपये प्रति किलो प्याज -भ्0 से म्0 रुपये प्रति किलो टमाटर -क्8 से ख्ख् रुपये प्रति किलो नया आलू -भ् से 8 रुपये प्रति किलो पुराना आलू -फ्0 से ब्0 रुपये प्रति किलो पत्ता गोभी -ब्0 से म्0 प्रति किलो मटर -भ्0 से म्0 प्रति किलो गाजर -क्0 से क्भ् रुपये प्रति किलो मूली प्रमुख मंडी प्रधान मंडी पहडि़या, कछवां, राजातालाब, सुंदरपुर, चंदुआ सट्टी सिगरा सब्जियों के दाम धीरे-धीरे ही कम होंगे। फिलहाल जिला प्रशासन को कुछ ठोस पहल करने की जरुरत है। एग्रीकल्चर को बढ़ाने वाली कुछ योजनाओं पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। पप्पू लाल सोनकर, सब्जी कारोबारी मंडी में ख्भ् रुपये प्रतिकिलो की दर से टमाटर-प्याज की बिक्री जोरों पर हो रही है। देखते ही देखते क्विंटल भर टमाटर व चार से पांच क्विंटल प्याज की बिक्री रोजाना हो जा रही है। हर वर्ग के लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। पार्थ सारथी, सचिव मंडी परिषद पहडि़या