-लगातार बढ़ते टैक्स के कारण बढ़ रही महंगाई
-आटे से लेकर पेट्रोल सबकुछ हो चुका है महंगा
>DEHRADUN: उत्तराखंड में महंगाई लगातार सुरसा के मुंह की तरह बढ़ती ही जा रही है और इसकी मार आम आदमी को झेलनी पड़ रही है। पेट्रोल से लेकर आटा तक सबकुछ महंगा हो चुका है। वहीं महंगाई से आमजनजीवन प्रभावित है। खाद्य पदार्थो की बात करें तो उनके मूल्य दो गुने तक पहुंच गए हैं।
घर की रसोई हुई महंगी
सब्जियों और दालों में बढ़ती महंगाई से इस समय आम आदमी परेशान हैं। वहीं सब्जी की बात करें तो टमाटर महंगाई से सुर्ख होता जा रहा है। प्याज ने भी लोगों के खूब आंसू निकाले हैं। जहां प्याज सौ रुपए किलो तक बिकी, वहीं इस समय टमाटर भ्0 रुपए किलो तक बिक रहा है। इसके दामों में पिछले छह माह में दो गुने का अंतर आया है। वहीं दालों में अरहर की दाल अभी भी महंगी है और आम आदमी से दूर है। दाल मार्केट में क्म्0 रुपए किलो तक बेची जा रही है।
बढ़ते पेट्रोल डीजल के दाम भी कारण
लगातार पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। यही कारण है कि आम जनता तक पहुंचने वाली हरेक वस्तु के दाम बढ़ रहे हैं। अप्रैल माह की बात करें तो एचपीसीएल कंपनी के मुताबिक पेट्रोल के दाम म्ख्.79 रुपए था। इस समय पेट्रोल के रेट म्म्.79 रुपए हैं। वहीं डीजल इस समय ब्9.भ्9 रुपए चल रहा है।
दो माह में दो बार बढ़ेगा सेस
करीब दो माह पहले ही भारत सरकार ने स्वच्छता अभियान के तहत 0.भ् प्रतिशत सेस लगाया था। इसके बाद राज्य सरकार ने भी अपने स्तर से टैक्स बढ़ा दिया था। इसके कारण पहले ही हर जरुरी चीजों के दाम बढ़ गए थे, अब फिर से राज्य सरकार टैक्स बढ़ाने की तैयारी कर रही है। अगले क्भ् दिन में इस टैक्स के लागू होने की बात कही जा रही है।
यह पडे़गी मार
-ऑन लाइन शॉपिंग दस प्रतिशत टैक्स
-पेट्रोल पर एक रुपए, डीजल पर ख्भ् पैसे प्रतिलीटर सेस,
-शराब, खैनी, सिगरेट, तंबाकू, गुटका पर दो प्रतिशत सेस
-पिज्जा व अन्य खाने पीने की चीजों पर पांच प्रतिशत सेस
-केबल कनेक्शन पर सौ रुपए का टैक्स
सब्जियों के दाम रुपए प्रति किलो में
सब्जी वर्तमान छह माह पहले
टमाटर भ्0 ख्0
प्याज फ्0 क्भ् से ख्0
भिंडी 80 ख्भ्
गाजर ब्0 ख्0
खीरा ब्0 क्0
दालों व अन्य खाद्य वस्तुओं के दाम रुपए प्रति किलो में
खाद्य वस्तु वर्तमान दाम छह माह पहले
अरहर दाल क्म्0 90
उड़द क्80 90
चीनी फ्ख् ख्8
आटा ख्ख् से ख्8 क्9
चावल म्0 से क्00 भ्0 से 90
सरसों तेल क्ख्भ् 90
बेसन क्00 80
छह माह पहले तक रेट काफी कम थे, लेकिन अब हर खाद्य पदार्थ के दाम बढ़ रहे हैं। कारण यही बताया जाता है कि ट्रांसपोर्ट और टैक्स बढ़ रहा है।
--सुशील अग्रवाल, दुकानदार