आगे भी बढ़ सकते

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में बढ़ोतरी के कारण एक बार फिर पेट्रोल व डीजल के दामों में इजाफा किया गया है। इसका प्रभाव सीधे उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन यानी की आईओसी का कहना है कि गुरुवार को सात महीने में पहली बार कच्चे तेल की कीमतें काफी ऊंचे पहुंच गई थीं। ये कीमते करीब 50 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंची थीं। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में बढ़ोतरी के कारण ही पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं। इतना ही नहीं आईओसी का यह भी कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो आगामी 15 दिनों बाद होने वाली ईधन दाम समीक्षा में इसकी बढ़ोत्तरी की जाएगी। वहीं दाम बढ़ने से अब देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल अब 65.60 रुपये प्रति लीटर और डीजल 53.93 रुपये प्रति लीटर में हो गया है।

दो साल पहले वाले दाम

सबसे खास बात तो यह है कि पेट्रोल डीजल के दामों में यह सातवीं बार हुई बढ़ोतरी की जा रही है। जिससे वाहन चालकों के माथे पर बल साफ दिखाई दे रहा है। लोगों का कहना है कि एक बार फिर से 2014 वाली कीमतें पेट्रोल डीजल की हो गई हैं। वहीं पेट्रोल डीजल के अलावा गैर सब्सिडी वाला सिलेंडर भी मंहगा हो गया है। इसमें करीब 22 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। वहीं कामर्शियल सिलेंडर में 37 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। जिससे अब घरेलू गैस सिलेंडर अब 564.50 रुपये से बढ़कर 586.50 रुपये का मिलेगा। एक माह दो बार गैस कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडरों के दामों में इजाफा होने से घरेलू सिलेंडर पर 41 रुपये बढ़े हैं।

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