- पुजारी की पत्नी ने पुलिस और प्रशासन से की तीन मांग, एक पूरी दो का आश्वासन

- छावनी बना आश्रम, कई बड़े अफसर और साधु संत पहुंते मौके पर

- लेखपाल से दर्ज कराया हत्यारोपियों के खिलाफ एक और केस

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LUCKNOW : जमीनी विवाद में हुई पुजारी की हत्या के बाद गुरुवार को उनके शव का अंतिम संस्कार कर आश्रम में ही उनकी समाधि बनाई गई. गुरुवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद पुजारी दिनेशानंद उर्फ पलटू दास का शव उनके आश्रम पहुंचा. हंगामा और आक्रोश को देखते हुए पूरे इलाके को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया था. अंतिम दर्शन और परिवार को सांत्वना देने के लिए आश्रम से जुड़े कई बड़े अफसर और साधु संत व मेयर भी पहुंची थी.

पत्नी ने की थी तीन मांग, एक पूरी

हिस्ट्रीशीटर और उसके साथियों की गोलियों का शिकार हुए कुटी आश्रम के पुजारी दिनेशानंद की मौत के बाद पत्नी खुशबू ने जिला प्रशासन से तीन मांग की थी. पहली उनके शव का अंतिम संस्कार उसी मठ में किया जाए और उनकी समाधि पूर्व महंत पट्टू दास के समाधि के बगल में बनाई जाए. जिसे जिला प्रशासन ने पुलिस की मदद से पूरा किया. दूसरा उन्होंने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और परिवार के पालन पोषण के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग की. इन मांगों पर जिला प्रशासन ने पीडि़त परिवार को आश्वासन दिया है.

छावनी बना कुटी आश्रम, पीएसी तैनात

पुजारी की हत्या के बाद चिनहट इलाके में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने बुधवार रात से पुलिस फोर्स तैनात कर दी थी. रात में पुलिस अफसरों ने कैंप भी किया. सुबह पूरा इलाका छावनी में तब्दील था. पुलिस फोर्स के साथ पीएसी को भी तैनात किया गया था. पोस्टमार्टम के बाद पुजारी का शव आश्रम में पहुंचते ही मेयर संयुक्ता भाटिया समेत संघ से जुड़े कई नेता ने पहुंच कर पीडि़त परिवार को संत्वाना दी. इसके अलावा काफी संख्या में साधु संत, आश्रम से जुड़े पुलिस और प्रशासन के कई बड़े अफसर भी पहुंचे थे.

टूटी कच्ची गृहस्थी, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

पुजारी दिनेशानंद के शव से लिपट कर उनकी पत्नी खुशबू और चारों बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था. उनके मौत की खबर पाकर पुजारी की मां व बहन के साथ परिवार के अन्य लोग भी आश्रम पहुंच गए थे. परिवार वालों ने पुजारी की हत्या का जिम्मेदार पुलिस और प्रशासन को ठहराया. पत्नी खुशबू का आरोप था कि पुजारी दिनेशानंद ने बार-बार धमकी मिलने पर पुलिस और जिला प्रशासन से प्रोटेक्शन की मांग की थी, लेकिन इस संबंध में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.

लेखपाल ने भी दर्ज कराया केस

पुजारी दिनेशानंद की हत्या ग्राम समाज की जमीन की पैमाइश के दौरान हुई थी. इस दौरान नायब तहसीलदार, लेखपाल, कानूनगो समेत जिला प्रशासन के कई अफसर मौजूद थे. लेखपाल शिव प्रसाद ने गुरुवार को हत्यारोपियों के खिलाफ चिनहट थाने में सरकारी काम में बाधा डालने की शिकायत करते हुए एक और एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने हत्या के साथ आरोपियों के खिलाफ सेवन सीएलए की धारा भी दर्ज की है.

दो आरोपी की तलाश कर रही पुलिस

प जारी दिनेशानंद की हत्या में शामिल आरोपी सुशील यादव और ग्राम प्रधान दिलीप विश्वकर्मा को घटना के तीन घंटे बाद ही गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने हत्या में यूज पिस्टल भी बरामद की है. इस मामले में पुलिस दो आरोपी राकेश यादव और पवन पंडित की तलाश में दबिश दे रही है.