- आधार कार्ड और पैन कार्ड के बिना नहीं स्वीकार किए जा रहे फॉर्म

- खाता खोलने में लग रहा है एक सप्ताह का समय

<- आधार कार्ड और पैन कार्ड के बिना नहीं स्वीकार किए जा रहे फॉर्म

- खाता खोलने में लग रहा है एक सप्ताह का समय

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: जिस बात का डर था आखिरकार वही हुआ। देश की आर्थिक छुआछूत को खत्म करने और गरीबों के विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री जन-धन योजना आम जनता की पहुंच से दूर होती जा रही है। जीरो बैलेंस पर खाता खुलवाने की आस में बैंक पहुंचने वाले लोगों को जरूरी डॉक्यूमेंट जमा करने की आड़ में ऑफिसों के चक्कर कटवाए जा रहे हैं। भले ही बैंकों का यह कदम फर्जीवाड़े से बचने के लिए हो लेकिन पब्लिक को इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

आई नेक्स्ट ने किया रियलिटी चेक

जन-धन योजना के अंतर्गत जीरो बैलेंस पर बैंक खाता खुलवाने वालों को क्या दिक्कतें पेश आ रही हैं, इसका पता लगाने के लिए आई नेक्स्ट ने खुद रियलिटी चेक करने का फैसला किया। हमारी टीम जितेंद्र नाम के युवक को लेकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की सिटी मेन ब्रांच पर पहुंची। जहां पता चला कि खाता खुलवाना इतना आसान नहीं है। सरकारी विज्ञापनों में छपने वाले प्रोसीजर के इतर बैंकों की ओर से कई जरूरी डॉक्यूमेंट मांगे जा रहे हैं। जिनके नहीं होने पर शायद खाता भी नहीं खुलेगा।

आधार कार्ड और पैन कार्ड साथ लेकर आइए

बैंक के काउंटर पर बैठने वाले क्लर्क से जितेंद्र ने पूछा कि हमें जन-धन योजना का खाता खुलवाना है तो पहली बार में उसे जवाब नहीं मिला। दो-तीन बार यही रट लगाने के बाद एक अन्य युवक ने फॉर्म तो दिया लेकिन साथ में कई सवाल दाग दिए। उसने कहा कि, खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड होना जरूरी है। इसके बिना जीरो बैलेंस पर बैंक एकाउंट नहीं खोला जा सकेगा। ये दोनों डॉक्यूमेंट आईडी और एड्रेस पहचान पत्र की जगह लोगों से मांगे जा रहे हैं।

पैन कार्ड नहीं है तो देना होगा घोषणा पत्र

इतना ही नहीं, अगर खाता खुलवाने वाले के पास पैन कार्ड नहीं है तो उसे फॉर्म म्0 भरकर घोषणा करनी होगी कि उसके बाद स्थायी लेखा संख्या नहीं है। और वह आयकर देने की कैटेगरी में नहीं आता है। इस घोषणापत्र को भरने के लिए भी उसे एड्रेस प्रूफ जमा करना होगा। सीधी सी बात है कि लाभार्थी को घोषणापत्र देने के लिए परेशान होना पड़ेगा। जबकि, जन-धन योजना की घोषणा के दौरान ऐसी कोई बात केंद्र सरकार की ओर से नहीं कही गई थी।

प्लीज, तुरंत नहीं खुलेगा खाता

ख्8 अगस्त को जन धन योजना की शुरुआत हुई थी और इसी दौरान हाथों हाथ अलग-अलग बैंकों ने ख्ब् हजार से अधिक खाते खुलवाए थे। बुधवार को जब आई नेक्स्ट के प्रतिनिधि ने बैंक क्लर्क से पूछा कि सभी डॉक्यूमेंट जमा करने के बाद क्या तुरंत खाता खुल जाएगा। जवाब में उसने कहा कि, नहीं भाई दो से चार दिन लग सकते हैं। एक सप्ताह भी लग सकता है। इससे साफ होता है कि बैंकों ने इस महत्वपूर्ण योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।

बताया कुछ और, हुआ कुछ और

शुरुआत में जन धन योजना को लेकर सरकारी विज्ञापनों के माध्यम से दी गई जानकारी में केवल दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और एक आईडी प्रूफ के जरिए खाता खुलवाए जाने की बात कही गई थी। रियलिटी चेक से प्रूव हो गया कि वर्तमान में ऐसा कुछ नहीं है। बैंक खुद एक कदम आगे आकर सभी जरूरी कागजात की मांग कर रहे हैं। पूर्व में दी गई सरकारी जानकारी के मुताबिक आईडी प्रूफ के विकल्प के रूप में वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैनकार्ड, आधार कार्ड या नरेगा कार्ड में कोई एक डॉक्यूमेंट जमा करना था। लेकिन, अब आधार कार्ड और पैन कार्ड दोनों आवश्यक कर दिया गया है।

सभी के पास नहीं है आधार कार्ड

अगर आधार कार्ड की बात करें तो बैंकों के पास अभी इसको लेकर कोई कोई लिखित निर्देश सरकार की ओर से नहीं पहुंचे हैं। इसके अलावा जिले में सभी का आधार कार्ड अभी तक बन भी नहीं पाया है। बता दें कि जिले में आधार कार्ड बनवाए जाने की प्रक्रिया ने इसी साल तेजी पकड़ी है और अभी भी जगह-जगह कैंप लगाकर लोगों से फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। ऐसे में जन-धन योजना खुलवाने के लिए आधार कार्ड देना सबके बस की बात नहीं है।

एक नजर में जन धन योजना

- क्भ् अगस्त ख्0क्ब् को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की घोषणा की थी।

- ख्8 अगस्त को यह एक साथ पूरे देश में लांच की गई। जिसमें पहले दिन ही देश के विभिन्न बैंकों ने क्.0भ् करोड़ जीरो बैलेंस पर खाते खोले गए थे।

- सितंबर में यह संख्या फ्.0ख् करोड़ पहुंच गई थी।

- इस योजना के तहत ख्म् जनवरी ख्0क्भ् से पूर्व बैंक खाता खुलवाने वाले को एक लाख रुपए के दुर्घटना बीमा के साथ तीस हजार रुपए का जीवन बीमा भी मिलेगा

- हर खाता धारक को डेबिटकार्ड व छह महीने खाता संचालन के बाद पांच हजार के ओवर ड्राफ्ट की सुविधा

- ख्म् जनवरी ख्0क्भ् तक 7.भ् करोड़ बैंक खाता खोलने का लक्ष्य

- पीएम ने योजना लागू करने को 7.भ् लाख बैंक अफसरों को ईमेल भेजे थे।

-जन-धन योजना के खाते केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइड लाइंस के आधार पर ही खोले जा रहे हैं। जो लोग दूसरे जिले से आते हैं उनसे एड्रेस प्रूफ की मांग की जाती है। स्थानीय लाभार्थियों का केवल आईडी लेकर ही खाता खोला जाता है।

एजीएम, एसबीआई, सिटी मेन ब्रांच