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LUCKNOW : यूपी इंवेस्टर्स समिट की 'ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी' की सफलता में उस वक्त चार चांद लग गये जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे 'अद्भुत, अकल्पनीय होने के साथ रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी' करार दे डाला। कहा कि मैंने इस काम को गुजरात का सीएम रहने के दौरान कई सालों तक किया है। मुझे पता है कि कितनी मेहनत करनी पड़ती है, कितना पीछे पडऩा पड़ता है, कितनी गालियां खानी पड़ती हैं। यूपी में 60 हजार करोड़ रुपये की उद्योग परियोजनाओं का शिलान्यास कोई छोटी बात नहीं है। आज यूपी में निवेश कोई चुनौती नहीं, बल्कि अवसर बनकर सामने आया है। यह यूपी पर बढ़ते भरोसे का प्रतीक है। जिस स्पीड से आप आगे बढ़ रहे हैं, जल्द ही 8 ट्रिलियन डॉलर की इकोनोमी होते देर नहीं लगेगी। इस अवसर पर उन्होंने उद्योगपतियों के समर्थन में खुलकर बोलते हुए उनका हौसला भी बढ़ाया।

उद्यमियों का लगा मेला

कार्यक्रम में देश भर के उद्यमियों ने पीएम के सामने अपने दिल की बात कही और भरोसा दिलाया कि यूपी ही नहीं, वे देश की तरक्की में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार हैैं। दरअसल यह बीते पांच महीने के दौरान दूसरा मौका था जब पीएम लखनऊ में इतने सारे उद्योगपतियों से सीधे मुखातिब थे। पीएम ने अपने संबोधन के बाद बारी-बारी से सबसे हाथ भी मिलाया। इससे पहले उन्होंने शिलान्यास के लिए बनी खास दीवार पर हाथ से दस्तखत की हुई ईंट रखकर 81 प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ किया। वहीं इससे पहले आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला, अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, एस्सेल ग्रुप के सुभाष चंद्रा, आईटीसी के संजीव पुरी, लूलू ग्रुप के यूसुफ अली, एनएमसी हेल्थकेय प्रोडक्ट के बीआर शेट्टी ने अपने प्रोजेक्ट शुरू करने का ऐलान किया तो पूरा हॉल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में यह कहकर सब में जोश भर दिया कि करीब 50 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट शिलान्यास के लिए पाइपलाइन में हैं।

ज्यादा भूख होना अच्छी बात

पीएम ने सूबे के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना की ओर इशारा कर कहा कि आपने अपने भाषण में 60 हजार करोड़ धीरे से बोला। ज्यादा भूख होना मुझे भी अच्छा लगता है। मैं उन अफसरों समेत पूरी टीम को बधाई देता हूं जिन्होने इस अकल्पनीय कार्य को सच कर दिखाया। मुझे दिक्कतें पता हैं। कोई कागज कोर्ट-कचहरी चला गया तो सालों लग जाते हैं। इनवायरमेंट की परमीशन देने वाले कागज पर ही बैठ जाते हैं। अखबार वाले के पास चला जाए तो सरकार भी डर जाती हैं कि काम दें कि नहीं। मैं उन किसानों को भी बधाई देता हूं जिन्होंने उद्योगों के लिए अपनी जमीन दी। इसमें पटवारी भी आड़े नहीं आया। चुटकी ली कि देश या तो पीएम चलाता है या फिर पटवारी। ये नेतृत्व की सफलता है कि सीएम से लेकर पटवारी तक एक समान दिशा में सोचकर आगे बढ़े। बेहद कम समय में पुराने तौर-तरीकों को बदला गया। यहां के शासन-प्रशासन के लिए तो यह नई चीज है।

50 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट पाइपलाइन में

पीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 60 हजार करोड़ की परियोजनाओं के शिलान्यास के अलावा करीब 50 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। जो प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहे हैं उनसे दो लाख से ज्यादा लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। साथ ही लाखों स्थानीय लोग भी अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार हासिल करेंगे। ये डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया को नया आयाम देंगे। डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर यूपी के विकास को नया आयाम देने वाला है। बोले कि ये तो अभी शुरुआत है। हमें और तेज गति से आगे दौड़कर जाना है। आपके संकल्प इस देश के नौजवानों के सपनों से जुड़े हैं।

पीएम की प्रेरणा से हुआ संभव : योगी

वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से पांच महीनों में 60 हजार करोड़ के उद्योगों का शिलान्यास हो रहा  है। यह यूपी के लिए अहम दिन है। इससे पहले बसपा सरकार में पांच साल में 57 हजार करोड़ और सपा सरकार में 50 हजार करोड़ का निवेश हुआ था। पहले लोग प्रदेश छोड़कर जाने की बात कहते थे अब अपने प्रोजेक्ट का विस्तार करने की। ईज ऑफ डूइंड बिजनेस में यूपी ने छलांग लगाते हुए देश के पांच टॉप राज्यों में जगह बनाई है। पहले केवल पश्चिमी उप्र में उद्योग लगते थे, अब हर कोने में लगेंगे। जल्द ही औद्योगिक सुरक्षा बल का गठन भी किया जाएगा। विशेष प्रशिक्षित अधिकारी तैनात किए जाएंगे। जल्द ही हम पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनाने जा रहे हैं जिसे वाराणसी से भी जोड़ेंगे। इस वर्ष के अंत तक आगरा-चित्रकूट-इलाहाबाद जाने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शुभारंभ करने की तैयारी है। वाराणसी में मल्टीमॉडल हब बनने जा रहा है। उन्होंने यूपी को चुनने के लिए निवेशकों का धन्यवाद देने के साथ उन्हें अगले साल होने वाले कुंभ और प्रवासी भारतीय दिवस में भी आमंत्रित किया।

कभी कल्पना भी नहीं की थी : राजनाथ

वहीं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं यूपी का मुख्यमंत्री रह चुका हूं और कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि पांच महीने के भीतर यह सब धरातल पर आ जाएगा। वह दिन दूर नहीं जब इंवेस्टर्स समिट में हुए 90 फीसद एमओयू धरातल पर उतरेंगे। दरअसल इंवेस्टर्स समिट की शुरुआत गुजरात के सीएम रहते मोदी ने की थी। अब वे देश को इंवेस्टमेंट का मोस्ट अट्रैक्टिव डेस्टिनेशन बना रहे हैं तो योगी यूपी को। ऐसा अवसर कभी-कभी ही आता है जब देश का पीएम किसी शहर का पांच महीने में  दो बार दौरा करें। अब भारत के विकास का एक्सप्रेस वे मुंबई, दिल्ली और बंगलुरु ही नहीं, यूपी से होकर भी गुजरेगा। यूं तो कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है पर गृह मंत्री होने के नाते मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि आपकी सुरक्षा में कोई कमी आड़े नहीं आएगी। भारत सरकार आपको सुरक्षा देने के लिए आपके साथ खड़ी है।

यूं होगा सूबे का विकास

- 51 फीसद उद्योग पश्चिमी यूपी में लगेंगे

- 27 फीसद उद्योग मध्यांचल और बुंदलखंड में लगेंगे

- 22 फीसद उद्योग पूर्वी यूपी में लगाए जाएंगे

हर तरह का लगेगा उद्योग

भारी उद्योग- 30 फीसद

खाद्य प्रसंस्करण- 17 फीसद

आईटी- 11 फीसद

आवास- 8 फीसद

एमएसएमई- 6.2 फीसद

डेयरी- 5 फीसद

पर्यटन- 5 फीसद

पशुपालन- 4 फीसद

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