फॉलोअप

- तीन महीने से बिना किसी को चार्ज दिए फरार हैं प्रिंसीपल

- स्कूल में 600 स्टूडेंटस ने देना है बोर्ड एग्जाम

- स्कूल को बना दिया गया है बोर्ड एग्जाम के लिए सेंटर

Meerut : गांधी स्मारक देवनागरी इंटर कॉलेज, परीक्षितगढ़ के प्रिंसीपल के तीन महीने से गायब रहने की खबर आने के बाद एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है। बोर्ड अधिकारियों ने लापरवाही बरतते हुए स्कूल को एग्जामिनेशन सेंटर भी बना दिया।

यह था मामला

गांधी स्मारक इंटर कॉलेज किला परीक्षितगढ़ के प्रिंसीपल शाहिद हुसैन पर हत्या के प्रयास में संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज है। पिछले तीन माह से शाहिद हुसैन प्रिंसीपल ऑफिस में ताला लगाकर फरार हैं। जानकारी के अनुसार स्कूल के प्रिंसीपल बिना किसी को चार्ज दिए अक्टूबर से गायब हैं। स्कूल को नवंबर में एक मेडिकल के माध्यम से प्रिंसीपल ने अपने बीमार होने की सूचना भेजी है। सूत्रों के अनुसार प्रिंसीपल पर थाने में मुकदमा दर्ज है, इसलिए वह पकड़े जाने के डर से फरार हैं।

केंद्र व्यवस्थापक बिना कैसे होगी परीक्षा

सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि बोर्ड ने भी इस स्कूल को एग्जाम सेंटर के लिए स्वीकृत कर लिया है। जबकि बिना केंद्र व्यवस्थापक के आखिर बोर्ड एग्जाम कैसे और कौन कराएगा इसकी किसी को भी कोई सुध नहीं है।

कैसे बना दिया सेंटर

सूत्रों की मानें तो इस तरह से किसी भी स्कूल को बोर्ड एग्जामिनेशन सेंटर नहीं बना सकता है। नियमानुसार स्कूल के केंद्र व्यवस्थापक पर अगर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज हो तो वह आने वाले तीन साल तक बोर्ड से ही डिबार घोषित कर दिया जाता है। अगर किसी स्कूल में केंद्र व्यवस्थापक ही न हो तो संबंधित बिना केंद्र व्यवस्थापक के स्कूल को सेंटर नहीं बनाया जा सकता है।

स्कूल को सेंटर यहां से नहीं बनाया गया है। यह तो बोर्ड मुख्यालय स्तर का मामला है, इसमें विभाग का कोई योगदान नहीं है। इस मामले में जांच के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।

एके मिश्रा, डीआईओएस