2005 में सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनने के बाद पहली बार बदले परीक्षा नियंत्रक

कार्यवाहक एफओ प्रो। एनके शुक्ला संभालेंगे परीक्षा नियंत्रक की कुर्सी

ALLAHABAD: तमाम तरह के कयासों और चर्चाओं के बीच इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सैटरडे को रजिस्ट्रार (कुलसचिव), एग्जामिनेशन कंट्रोलर (परीक्षा नियंत्रक) और फाइनेंस ऑफिसर (वित्त अधिकारी) की नियुक्ति कर ली गई। इंटरव्यू के बाद इन तीनो महत्वपूर्ण पदों पर हुई नियुक्ति पर एक्जक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में मुहर लग गई। इसके अलावा ईविंग क्रिश्यिन कॉलेज चलाने के लिए रिसिवर की भी नियुक्ति कर दी गई।

पीके सिंह के बाद से खाली था पद

इविवि की एक्जक्यूटिव काउंसिल ने रजिस्ट्रार पद पर ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। आनंद शंकर सिंह को नियुक्ति दी है। फाइनेंस ऑफिसर के पद पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ (आक्टा) के अध्यक्ष डॉ। सुनील कांत मिश्रा को नियुक्त किया गया है। परीक्षा नियंत्रक के पद पर जेके इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाईड फिजिक्स एंड टेक्नोलॉजी के प्रो। एनके शुक्ला को नियुक्ति दी गई है। डॉ। सुनील कांत से पहले स्थाई वित्त अधिकारी सीए पीके सिंह थे। उनके जाने के बाद लम्बे समय तक इस पद को कार्यवाहक एफओ के रूप में ज्वाइंट रजिस्ट्रार एके कनौजिया ने संभाला था।

बर्खास्त किए गए थे हितेश लव

प्रो। एनके शुक्ला अभी तक कार्यवाहक वित्त अधिकारी का काम देख रहे थे। कार्यवाहक वित्त अधिकारी से पहले प्रो। शुक्ला कार्यवाहक रजिस्ट्रार के पद पर थे। उन्हें कार्यवाहक रजिस्ट्रार के पद से हटाकर कार्यवाहक एफओ बनाया गया था। जब विवि में स्थाई रजिस्ट्रार कर्नल हितेश लव ने कुर्सी संभाली थी। कर्नल हितेश लव को प्रोबेशन पीरियड में ही बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद से खाली चल रहे रजिस्ट्रार के पद को कार्यवाहक के रूप में विवि में फिलासफी डिपार्टमेंट के हेड प्रो। एचएस उपाध्याय संभाल रहे थे। प्रो। उपाध्याय की जगह अब रजिस्ट्रार की कुर्सी डॉ। आनंद शंकर सिंह संभालेंगे।

किसी भी बाहरी को नियुक्ति नहीं

परीक्षा नियंत्रक का पद एक अर्से बाद अब किसी दूसरे शिक्षक के हाथ में गया है। इस पद पर भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनने (वर्ष 2005) से पहले से प्रो। एचएस उपाध्याय का ही कब्जा था। प्रो। उपाध्याय को ही करेंट एकेडमिक सेशन में डायरेक्टर एडमिशन का भी कार्यभार सौंपा गया था। खास बात यह है कि इन तीनो महत्वपूर्ण पदों पर किसी बाहरी इंस्टीट्यूशंस के अभ्यर्थी को नियुक्ति नहीं मिली है। नियुक्ति से पहले ही इस बात की चर्चाएं जोरों पर थी कि तीनो पदों के लिए नाम पहले ही तय कर लिए गए हैं। बहरहाल, इविवि के पीआरओ प्रो। हर्ष कुमार ने बताया कि रजिस्ट्रार, एफओ और परीक्षा नियंत्रक का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। इससे पहले इन्हें प्रोबेशन पीरियड पूरा करना होगा।

यूजीसी रेगुलेशन को मिली मंजूरी

एक्जक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में ईविंग क्रिश्चियन कॉलेज के लिए रिसिवर की नियुक्ति कर दी गई है। इविवि में अंग्रेजी विभाग के प्रो। आरके सिंह को ईसीसी के लिए रिसिवर बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक कॉलेज में प्रिंसिपल के पद को लेकर हुए विवाद के बाद गठित कमेटी के जांच की प्रक्रिया पूरी होने तक प्रो। सिंह कॉलेज के कामकाज को देखेंगे। बैठक में आर्य कन्या डिग्री कॉलेज के लिए चल रही जांच प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई। इसमें तय किया गया कि शिक्षक भर्ती, पीएचडी, प्रवेश आदि अकादमिक कार्य अब जुलाई 2018 के यूजीसी रेगुलेशन के मुताबकि ही होंगे।