-आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने अखिलेश सरकार की बखिया उधेड़ी

-पूर्व कमिश्नर बादल चटर्जी ने भी छात्रों के आंदोलन में की शिरकत

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन समेत सभी भर्ती संस्थाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलित छात्रों की मुहिम में ट्यूजडे को एक वर्तमान व एक पूर्व आईएएस अफसर ने शिरकत की। अपनी बेबाक छवि के लिए जाने जाने वाले दोनों अधिकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला। दोनों ने अखिलेश सरकार की बखिया उधेड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

अनिल यादव को यहीं से भगा देंगे

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ भवन पर प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति की ओर से आयोजित विचार गोष्ठी में प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम सूर्य प्रताप सिंह एवं इलाहाबाद में कमिश्नर रह चुके पूर्व आईएएस बादल चटर्जी शामिल हुए। कार्यक्रम के चीफ गेस्ट सूर्य प्रताप सिंह ने उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के चेयरमैन अनिल यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि उसे भगाने के लिए दिल्ली तक जाने की जरूरत नहीं। अनिल यादव को हम यहीं से भगा सकते हैं।

राज्यपाल कर सकते हैं निलंबन

सूर्य प्रताप सिंह ने छात्रों को अनिल यादव के नियमानुसार निलंबन की जानकारी देते हुए कहा कि वे राज्यपाल को अनिल यादव की करतूतों का काला चिट्ठा सौंपें। राज्यपाल चाहें तो इसे केंद्र सरकार को भेज सकते हैं। केंद्र सरकार इसे राष्ट्रपति को भेजेगी और राष्ट्रपति अपना रिफरेंस सुप्रीम कोर्ट को भेजेंगे। सुप्रीम कोर्ट के पास रिफरेंस पहुंचते ही राज्यपाल के पास अनिल यादव को निलंबित किए जाने की शक्ति आ जाएगी।

बाकी जातियां हाशिये पर क्यों?

प्रमुख सचिव ने छात्रों से कहा कि उन्हें शांति भंग में जेल भेजा सकता है तो अनिल यादव को क्यों नहीं। बोले कि इसके लिए जिले को दमखम वाला डीएम चाहिए। उन्होंने बादल चटर्जी की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि यदि वो करेंट में कमिश्नर होते तो ऐसा जरूर कर देते। उन्होंने अखिलेश सरकार पर हल्ला बोलते हुए कहा कि क्या कारण है कि हर तरफ केवल यादवों को ही उपकृत किया जा रहा है। ओबीसी की बाकी जातियों और मुसलमानों को हशिए पर डाल दिया गया है। बोले कि अगर यादवों के ही कल्याण की बात है तो इसमें मैनपुरी, इटावा, फर्रुखाबाद, आजमगढ़ जैसे कुछ चुनिंदा जनपद ही टॉप पर क्यों हैं। पूरे प्रदेश के यादवों के बारे में सरकार को सोचना चाहिए।

ब्ब् बार ट्रांसफर, नहीं लगता डर

प्रमुख सचिव ने कहा कि पूर्व में उन्हें निलंबन का नोटिस दिया जा चुका है। बोले कि उनकी गर्दन कभी भी दबोची जा सकती है। लेकिन ख्भ् साल में ब्ब् बार ट्रांसफर झेलने से अब उन्हें इसकी आदत हो चुकी है। सूर्य प्रताप ने आईएएस लॉबी को लताड़ लगाते हुए कहा कि डीएम से लेकर महिला आईएएस तक नेताओं के पैरों में झुके जा रहे हैं, गिरे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक ईमानदार आईएएस को बड़ा से बड़ा नेता भी आंख नहीं तरेर सकता। तंज कसते हुए कहा कि डेढ़ सौ ग्राम मक्खन लगाकर लाठी चलाने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए भक्ति, युक्ति और सबसे अंत में शक्ति के उपयोग की जरूरत है।

बड़ा आन्दोलन खड़ा करें छात्र

इससे पहले इलाहाबाद के पूर्व कमिश्नर बादल चटर्जी ने छात्रों से जोरदार आन्दोलन खड़ा करने का आह्वान किया। छात्रों से बोले कसम खाओ अगला इलेक्शन इन्हें जीतने नहीं देंगे। कहा कि आप समझ नहीं रहे इलेक्शन से पहले यह सब तरफ अपने लोगों को बिठा देना चाहते हैं और गुंडई के दम पर लोकतंत्र को कुचलना चाह रहे हैं। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग आदि जगहों पर यादव राज के बोलबाले पर कहा कि योग्यता को दरकिनार करके किया जा रहा चयन समाज में विघटन पैदा कर रहा है। कार्यक्रम में अवनीश पांडेय, अयोध्या सिंह, राणा यशवंत प्रताप सिंह, राजेश सिंह, अमलेन्दु सिंह, अमित सिंह राणा, उमेन्द्र प्रताप सिंह रजनीश सिंह रिशु आदि मौजूद रहे।