- यूपी बोर्ड के स्कूलों में एजूकेशन क्वालिटी सुधारने के लिए शुरू हुई नई व्यवस्था

- बॉयोमैट्रिक्स और सीसीटीवी से होगी टीचर्स के कार्यो की निगरानी

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड के स्कूलों में अब टीचर्स की मनमानी नहीं चलेगी। क्योकि अब टीचर्स की सभी एक्टिीविटीज पर सीसीटीवी कैमरे की नजर होगी। इसके साथ ही टीचर्स के स्कूल से गायब रहने पर बायोमैट्रिक्स रोक लगाएगा। इसमें टीचर्स को स्कूल में आने व जाने के समय अंगूठे से अपना अटेंडेंस लगाना पड़ेगा। सैटरडे को डिस्ट्रिक्ट के सभी प्रिंसिपल की मीटिंग के दौरान डीआईओएस महेन्द्र कुमार सिंह इन व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रति टीचर्स को प्रेरित करना प्रिंसिपल का काम है।

स्टूडेंट्स का डाटा करें ऑन लाइन

डीआईओएस ने सभी स्टूडेंट्स के डाटा ऑन लाइन करने के निर्देश भी सभी प्रिंसिपल को दिए। उन्होंने कहा कि सभी प्रिंसिपल स्टूडेंट्स के डाटा फीडिंग पर विशेष ध्यान दें। जिससे इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही बरती ना जा सके। सेंट एन्थोनी में आयोजित प्रिंसिपल की मीटिंग के दौरान प्रिंसिपल को वेबसाइट पर डेमो देने के साथ ही इन्सपायर अवार्ड, डेटा फीडिंग से संबंधित वेबसाइट के बारे में भी जानकारी दी गई। डीआईओएस ने खेल के स्टूडेंट्स का पंजीकरण करने के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए। जिससे स्कूल व कालेजेज की सभी जानकारियां ऑन लाइन की जा सके।

छह जुलाई से चलेगी मार्शल आर्ट की क्लास

शासन की ओर से जारी आदेश के बाद स्कूल में ग‌र्ल्स को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाने के लिए संडे से क्लासेज शुरू हो जाएंगी। मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देने को लेकर खेल सचिव अजय यादव ने प्रिंसिपल को बताया कि जीआईसी में मार्शल आर्ट की क्लासेज छह जुलाई से संचालित की जाएंगी। मीटिंग के दौरान सीडीओ अटल कुमार राय ने भी मॉडल पोलिंग बूथ की सफलता पर प्रिंसिपल को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने मिड डे मील के बारे में बताया कि शहरी क्षेत्रों में भोजन बनाने के लिए एनजीओ को पूरी तरह से हटा दिया गया है। इसलिए अब स्कूलों की जिम्मेदारी होगी कि वे अपने यहां भोजन बनाना सुनिश्चित कराएं।