- बोर्ड परीक्षा की डेट डिक्लेयर होने के बाद बढ़ी स्कूलों की टेंशन

- बिगड़े एकेडमिक सेड्यूल को सही करना बना बड़ी चुनौती

<- बोर्ड परीक्षा की डेट डिक्लेयर होने के बाद बढ़ी स्कूलों की टेंशन

- बिगड़े एकेडमिक सेड्यूल को सही करना बना बड़ी चुनौती

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड के सेशन को सीबीएसई के पैटर्न पर लाने की शिक्षामंत्री की कवायद इंटर कालेज के प्रिंसिपल्स के लिए गले की हड्डी बन गई है। अचानक आए आदेश और बोर्ड परीक्षा की डेट डिक्लेयर होने के बाद प्रिंसिपल्स के सामने कोर्स पूरा कराने से लेकर हाफ इयरली एग्जाम व होम एग्जाम को समय पर कराने का प्रेशर अचानक से बढ़ गया। उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश महामंत्री व सेवा समिति विद्या मंदिर के प्रिंसिपल ब्रजेश शर्मा का कहना है कि आदेश जारी होने के पहले तक कोर्स को पुराने कैलेंडर के हिसाब से पूरा कराया जा रहा था। ऐसे में ये आदेश जारी होने के बाद कोर्स को समय से पूरा कराना बेहद मुश्किल कार्य होगा। इसके साथ ही परीक्षाओं को लेकर भी समय निर्धारित करना बेहद कठिन कार्य हो गया है।

दिसम्बर में हाफ ईयरली तो कब होगा फाइनल एग्जाम

बोर्ड परीक्षाओं की डेट की जारी होने के बाद सिटी के अलग-अलग स्कूलों के प्रिंसिपल का कहना है कि अगर दिसम्बर में हाफ इयरली एग्जाम कराएंगे तो फाइनल एग्जाम कब कराएंगे। जबकि उम्मीद है कि दिसम्बर या जनवरी मंथ में बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम कराने का प्रेशर भी आ जाएगा। ऐसे में अप्रैल के पहले फाइनल होम एग्जाम करा कर उसका रिजल्ट जारी करना भी बेहद कठिन कार्य है। प्रिंसिपल ब्रजेश शर्मा ने कहा कि शासन की ओर से बगैर किसी प्लानिंग के अचानक निर्णय लेने से टीचर्स व स्कूलों की दिक्कत बढ़ गई है। ऐसे समय में स्कूल कोर्स पूरा कराने पर फोकस करें या फिर समय से एग्जाम कराने में। उन्होंने कहा कि शासन को ऐसी प्लानिंग के पहले प्रिंसिपल व स्कूलों से भी राय लेनी चाहिए। लेकिन शासन ने सीधे फरमान जारी कर दिया।

-इस मुद्दे को लेकर लखनऊ में शासन स्तर पर बात करने की तैयारी की गई है। जिससे इन समस्याओं का हल निकाला जा सके। क्योंकि अगर ये प्लानिंग शासन को करनी थी, तो मई या जून में ही आदेश जारी कर देना चाहिए था।

ब्रजेश शर्मा

प्रधानाचार्य सेवा समिति विद्या मंदिर, व महामंत्री उ.प्र। प्रधानाचार्य परिषद

प्रिंसिपल्स की मुश्किल

- कोर्स कंप्लीट कराएं या समय पर होम एग्जाम कंडक्ट कराएं

- सेशन के बीच में आदेश आने से खड़ी हुई मुश्किल

- लखनऊ में शासन स्तर पर बात करने की तैयारी में प्रधानाचार्य परिषद

- दिसंबर में हुआ बोर्ड का प्रैक्टिकल तो हॉफ ईयरली एग्जाम कराने में आएगी दिक्कत