- सूचना न देने पर काटा गया प्रिंसीपल का वेतन

- डीआईओएस ने कई बार भेजी सूचना, लेकिन स्कूल रहे लापरवाही

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Meerut : मिड डे मील में लापरवाही दिखाने वाले स्कूलों पर डीआईओएस ने भी लगाम कसनी शुरू कर दी है। मिड डे मील की सूचना न देने के लिए डीआईओएस ने ख्0 से भी अधिक स्कूलों के प्रिंसीपल पर वेतन काटने की कार्रवाई की गई है। शिक्षा विभाग द्वारा बार-बार सूचना मांगने के बावजूद भी स्कूलों में मिड डे मिल को लेकर लापरवाही दिखाई गई है।

नहीं भेजी सूचना

डीआईओएस कार्यालय से शासन की मिड डे मिल योजना के लिए हर साल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या मांगी थी। संख्या के आधार पर ही स्कूलों में मिड डे मील का बजट व अन्य सामान दिया जाता है, लेकिन स्कूलों द्वारा संबंधित सूचना देने में काफी लापरवाही दिखाई जा रही है, जिससे सरकार की योजना असफल साबित हो रही है। इस संबंध में विभाग ने हर साल की तरह इसबार भी कई बार स्कूलों से सूचना मांगी है, लेकिन अभी भी काफी स्कूल इस संबंध में लापरवाही बरत रहे हैं। डीआईओएस ने भी ऐसे स्कूलों के प्रिंसीपल का सूचना न देने तक वेतन काटने का आदेश दे दिया है।

इन स्कूलों ने नहीं भेजी सूचना

सिटी के काफी ऐसे स्कूल हैं, जो मिड डे मील संबंधित सूचना मांगने पर भी में कोई रुची नहीं दिखाई है। इनमें नवभारत परतापुर, हावर्ड प्लेस्टेड कन्या इंटर कॉलेज, एसडी ग‌र्ल्स सदर इंटर कॉलेज, मेजर आशाराम स्मारक इंटर कॉलेज पांची, जनहितकारी इंटर कॉलेज छिलौरा मेरठ, चौ। ईलम सिंह जन विद्यापीठ सतवाई, बालमुकुन्द जनता इंटर कॉलेज सनौता मेरठ, राष्ट्रीय इंटर कॉलेज धनपुर मेरठ, रहावती इंटर कॉलेज रहावती मेरठ, नवजीवन किसान इंटर कॉलेज मवाना मेरठ, आदर्श इंटर कॉलेज भैसा मेरठ, जीएसडीएन इंटर कॉलेज परीक्षितगढ़ मेरठ, आदर्श इंटर कॉलेज खजूरी मेरठ, नेहरु स्मारक इंटर कॉलेज चिमाना शेरपुर, गांधी मेमोरियल इंटर कॉलेज किठौर मेरठ, चौ। प्रेमनाथ सिंह इंटर कॉलेज माछरा, सरश्रीराम इंटर कॉलेज दौराला मेरठ सहित ख्0 से भी अधिक स्कूलों के प्रिंसीपल ने मिड डे मिल की सूचना नहीं भेजी है।

कुछ स्कूलों को बार-बार सूचना भेजकर इनसे बच्चों की संख्या मांगी गई है। सूचना मांगने के बावजूद भी स्कूलों ने रुचि नहीं दिखाई है। जब तक स्कूल मिड डे मिल संबंधी सूचना नहीं भेजते हैं, तब तक संबंधित प्रिंसीपल के वेतन काटने की कार्रवाई होगी।

-एके मिश्रा,डीआईओएस

इनसेट

जितने दिन लेट, उतना वेतन साफ

स्कूलों को मिड डे मील का हिसाब फ्क् मार्च तक क्लियर करना था। अब तक जिन्होंने जानकारी नहीं भेजी है या जब तक जानकारी नहीं भेजेंगे, उन्हें तब तक का वेतन नहीं मिलेगा। मान लीजिए कि कोई स्कूल क् मई को मिड डे मील की जानकारी देगा तो उसके प्रिंसीपल को अप्रैल का वेतन नहीं मिलेगा।