-हिस्ट्रीशीटर अंकित यादव व उसके साथियों ने पेशी पर आए बंदी की लॉकअप में की पिटाई

-चीख पुकार सुनकर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी किया हमला, मुकदमा दर्ज

BAREILLY:

जेल जाने के बाद भी बिहारीपुर का शातिर हिस्ट्रीशीटर अंकित यादव व उसका गैंग अपना दबदबा बनाने में लगा है। मामूली कहासुनी के बाद कचहरी में पेशी पर आए बंदी को अंकित व उसके साथियों ने जमकर पीटा। शोर सुनकर सुरक्षा में तैनात पुलिस छुड़ाने पहुंची तो पुलिस पर भी हमला कर दिया। इस दौरान हाथापाई भी की गई। किसी तरह पुलिस ने हालात पर काबू किया। पुलिस की तहरीर पर अंकित समेत गैंग के 6 बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

लेन-देन को लेकर विवाद

कोतवाली के बिहारीपुर निवासी हिस्ट्रीशीटर अंकित यादव पर हत्या, लूट व रंगदारी समेत करीब 32 मुकदमे दर्ज हैं। इस समय अंकित के भाई दीपू यादव समेत गैंग के हनी यादव, वीशू यादव, सचिन, सुभाष यादव भी सलाखों के पीछे बंद हैं। सैटरडे को उनकी कोर्ट में पेशी थी। इसी दौरान पूरा गैंग एक साथ कचहरी पहुंचा। सभी को कचहरी लॉकअप में रखा गया। इसी दौरान कैंट सदर निवासी राजेंद्र यादव भी एक मामले में पेशी पर आया। अंकित और राजेंद्र के बीच कुछ पुराना लेनदेन का मामला था। जब अंकित गुट ने राजेंद्र को देखा तो लॉकअप में ही उनमें बहस हो गई और दोनों पक्षों में गाली गलौज शुरू हो गई। अचानक अंकित व उसके गुट ने राजेंद्र पर लॉकअप के अंदर ही हमला कर दिया। चीख सुनकर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने लॉकअप खोलकर राजेंद्र को बचाने का प्रयास किया तो अंकित व उसके गुट ने हेड कांस्टेबल अजय कुमार व संजीव पर हमला कर दिया। उनसे हाथापाई करते हुए गाली गलौज कर डाली। इस दौरान सिपाहियों की वर्दी भी फट गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए बाहर खड़ी पुलिस भी अंदर पहुंची और किसी तरह हिस्ट्रीशीटर व उसके गैंग पर काबू किया।

पहले भी कर चुका लॉकअप में मारपीट

इंस्पेक्टर कोतवाली गीतेश कपिल ने बताया कि अंकित पर 32 मुकदमे हैं। कचहरी लॉकअप में वह पेशी के दौरान कई बार मारपीट कर चुका है। उसके खिलाफ लॉकअप में मारपीट का यह तीसरा मुकदमा लिखा गया है।