JAMSHEDPUR: सरायकेला जेल में रेप की सजा काट रहे आरोपित देवनारायण माझी की सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को दंडाधिकारी के रुप में तैनात प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण कुमार की उपस्थिति में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बरियल मार्डी की अध्यक्षता में गठित मेडिकल टीम द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया। जेल की लापरवाही एवं समुचित ईलाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा करते हुए शव लेने से इंकार किया। बाद में प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण कुमार, डॉ बरियल मार्डी एवं सरायकेला थाना प्रभारी अविनाश कुमार के द्वारा न्यायसंगत कार्रवाई को आश्वासन पर परिजनों ने शव को लिया। सदर अस्पताल के एंबुलेंस से पुलिस की सुरक्षा में देवनारायण का शव उसके गांव ¨सद्री पहुंचाया गया।

शनिवार को तबीयत हुई थी खराब

बताया गया कि गुरुवार को सजा सुनाए जाने के बाद शनिवार को कैदी की तबीयत बिगड़ गयी जिस पर जेल डॉक्टर प्रदीप कुमार पति ने स्वास्थ्य जांच कर उसे दवाइयां दी थी। रविवार सुबह देवनारायण की तबीयत अधिक बिगड़ने पर उसे ईलाज के लिए जेल के इलाज वार्ड में शिफ्ट किया गया। परंतु शाम तक उसकी तबीयत और बिगड़ गई। गंभीर स्थसिति को देखते हुए जेल प्रबंधन द्वारा देर शाम देवनारायण को सदर अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान रात को उसकी मौत हो गयी। जेल के डाक्टर प्रदीप ने बताया कि उसे कोई खास बीमारी नहीं थी दो दिन पूर्व उसे सर्दी, बुखार और कब्ज की शिकायत थी। इसके बाद उसे दवा दी गई थी।

लापरवाही का आरोप

मृतक कैदी की पत्नी संध्या माझी ने कहा कि जेल प्रशासन द्वारा रात साढ़े नौ बजे सूचना दी गयी कि आपके पति का तबीयत खराब है आकर देख लीजिए। बात कराने के लिए कहने पर बात नहीं कराई गई, बोला गया कि आ के देख लीजिए। रात को अकेले होने के कारण आ नही पायी, सुबह आने के बाद देखने पर पता चला कि पति की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने जेल प्रशासन पर देर से सूचना देने व इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि पति को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाया गया था। मृतक कैदी की पत्नी संध्या मांझी इस घटना से सदमे में है और उसका रो रोकर बुरा हाल है। मृतक कैदी की पत्नी ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया

टीम का गठन कर किया गया पोस्टमार्टम

उपायुक्त के निर्देश पर तीन चिकित्सकों की टीम बनाकर दंडाधिकारी की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कराते हुए शव को पोस्टमाटम कराया गया.टीम में चिकित्सक डॉ विष्णुदेव प्रसाद साह, डॉ बरीयल मार्डी व डॉ कनकलता पू‌िर्त्त शामिल थे। दंडाधिकारी के रुप में बीडीओ प्रवीण कुमार थे। दंडाधिकारी ने कहा कि मृतक के बिसरा की जांच को भेजा जा रहा है। पोस्टमाटम रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु के कारणों का पता चल पाएगा।

कैदी की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर सदर अस्पताल भेजा गया जहां इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गयी। उसे कोई खास बीमारी नहीं थी। दो दिन पूर्व उसे सर्दी, बुखार और कब्जियत की शिकायत थी। उसे दवा दी गई थी। शाम को उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई जिससे उसे हार्ट अटैक आया। सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

--दिलीप पति, डॉक्टर, सरायकेला जेल