गेट से ही निकला था कैदी

सेंट्रल जेल के सुप्रिंटेंडेंट वीआर वर्मा ने बताया कि वे घटना वाले दिन में छुट्टी पर थे। बिजनौर थाना कीरतपुर के श्यामपुर निवासी जितेन्द्र उर्फ चीकू जेल के मैनगेट से ही निकला है। उसको भगाने में बंदी रक्षकों का हाथ लग रहा है। जेल के सीनियर ऑफिसर को गुमराह करने के लिए 25 फुट हाइट से रस्सी को नीचे डाला है। रस्सी की लंबाई 15 फुट ही है।

दीवार से कूदता तो निशान होते

कैदी रस्सी के सहारे ऊपर से कूदता तो कीचड़ के निशान होते। रस्सी बेहद कमजोर है। वह 15 नवंबर की मॉर्निंग में निकला है, उस दौरान मैन गेट के अंदर एक और बाहर दो बंदी रक्षकों की ड्यूटी थी। तीनों के खिलाफ जांच कराई थी, इसमें दोषी पाए जाने पर तीनों को कर दिया गया है।

बीटेक का छात्र रहा था चीकू

जेल से फरार चीकू को 2011 में नंबरदार बनाया गया था। उसे गाजियाबाद कोर्ट में सजा सुनाई गई थी। उस समय वह बीटेक का छात्र था। कंप्यूटर की नॉलेज और मीठी बोली ने उसने जेल के अंदर सभी का दिल भी जीत लिया था। वह एकाउंट सेक्शन का काम देखता था। भागने से पहले वह सिस्टम का पासवर्ड बदल गया है। एकाउंट के रुपए भी निकाल ले भागा है.